कन्दवा(चन्दौली)।बरहनी विकासखंड के एक दर्जन परीषदीय विद्यालयों के परिसर व छतों के ऊपर से हाईटेंशन तार गुजर रहे हैं । जिससे बच्चे खौफ के साए में शिक्षा ग्रहण करने को विवश हैं। विद्युत तारों को हटाने के लिए कई बार विभागीय अधिकारियों को अवगत कराया गया लेकिन मामला जस का तस बना हुआ है ।
बरहनी विकासखंड में 109 प्राथमिक और 54 उच्च प्राथमिक विद्यालय सहित कुल 163 परिषदीय विद्यालय संचालित होते हैं ।जिसमें से प्राथमिक विद्यालय अमड़ा , मानिकपुर सानी , धीना , एकौनी , रेवसा , पिपरदहा , असना , और उच्च प्राथमिक विद्यालय रेवसा , जेवरी , पिपरदहा , बहोरा चन्देल आदि विद्यालयों के परिसर व छात्रों से हाईटेंशन तार गुजर रहे हैं जो काफी पुराने व जर्जर हो चुके हैं जो आए दिन आपस में सटकर दुर्घटना का सबब बने रहते हैं । अमड़ा गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय परिसर में तो गांव की विद्युत आपूर्ति के लिए ट्रांसफार्मर भी लगा हुआ है । जिसके स्टे राड में अचानक विद्युत आपूर्ति प्रवाहित होने से विद्यालय के छात्र आदित्य , पलक व ज्योति चपेट में आ चुके हैं । वहीं उसमें करेंट प्रवाहित होने से एक भैंस की मौत भी हो चुकी है । वहीं 31 अगस्त 2016 को प्राथमिक विद्यालय चारी में परिसर के बीच से गुजर रहा हाई टेंशन तार अचानक टूट कर जमीन पर गिर गया था ।यह तो संयोग अच्छा था उस समय बच्चे एमडीएम खाकर हैंडपंप पर हाथ धोने चले गए थे नहीं तो बड़ी घटना हो सकती थी ।उसके बाद ग्रामीणों के विरोध के बाद शिक्षा विभाग ने तार हटाने के लिए जिलाधिकारी से गुहार लगाई थी ।तब तत्कालीन जिलाधिकारी कुमार प्रशान्त ने विद्युत विभाग से तार हटाने का निर्देश दिया था ।उस समय विभाग ने तार हटाने के लिए स्टीमेट बनाकर भेंज दिया लेकिन आज तक तार व पोल नहीं हट सके ।क्योंकि बिजली विभाग के नियम के अनुसार जिस विभाग से तार खम्भे हटेंगे उसका पैसा उसी विभाग को देना पड़ता है ।