गाजीपुर। जिला भूमि एवं जल संरक्षण की बैठक शनिवार को जिलाधिकारी के.बाजाजी के अध्यक्षता एवं सांसद अफजाल अंसारी की उपस्थिति में राईफल क्लब सभागार में सम्पन्न हुई। बैठक मे सर्वप्रथम पिछली बैठक की कार्यवाही की पूष्टि की गयी एवं गत वर्ष में स्वीकृति परियोजनाओ की समीक्षा की गयी।
बैठक में वर्ष 2019-20 में चयनित योजनाओ/परियोजनाओं का अनुमोदन कराया गया। भूमि संरक्षण अधिकारी ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2018-19 में पंडित दीन दयाल उपाध्याय किसान समृद्धि येाजना में 500 हे0 के सापेक्ष 500 हे0 क्षेत्र उपचारित किया गया। जिसके सापेक्ष 125.00 लाख रू0 व्यय किया गया। पं0दीन दयाल उपाध्याय किसान समृद्धि योजना में 218 प्रदर्शन के सापेक्ष शत-प्रतिशत आच्छादित किया गया तथा इसके सापेक्षे 5.45 लाख रू0 का फसलोत्पादन डी0बी0टी0 के माध्यम से कराया गया । खेत तालाब योजनार्न्तगत पॉच तालाबो के सापेक्ष पॉच तालाब खोदवाये गये तथा इस मद में 2.625 लाख रू0 अनुदान के रूप में व्यय किया गया तथा वित्तीय वर्ष 2019-20 मे 09 तालाब का लक्ष्य प्राप्त है। उन्होने बताया कि विभिन्न माध्यमो से कराये गये कार्याे से सम्बन्धित क्षेत्रो के उत्पादन एवं उत्पदकता में वृद्धि की गयी इन परियोजनाओ का विभिन्न स्तरो पर निरीक्षण/सत्यापन किया जाता रहा है। उन्होने बताया कि पंडित दीन दयाल उपाध्याय किसान समृद्धि योजना का उद्देश्य लघु एवं सिमान्त कृषको की अन उपजाऊ/कम उपजाऊ भूमि को उन्ही के द्वारा उन्ही के लिए, उन्ही से सुधार कराना, उसर/बीहड़ एवं बंजर भूमि को सुधार कर कृषि वानिकी से सम्बन्धित कार्य कराना, जल भराव क्षेत्रो का उपचार कर फसलोत्पादन तथा उत्पादकता वृद्धि को प्रात्साहित करना है। सांसद अफजाल अंसारी ने बताया कि जल भराव एवं कटान के क्षेत्रो का उपचार प्राथमिकता के तौर पर करना अनिवार्य है। उन्होने कहा कि तहसील मो0बाद क्षेत्र के भॉवरकोल ब्लाक के सुन्नी, सियाड़ी, सरदरपुर, नसीराबाद, सुरमानी, गोड़उर में जल भराव की समस्या के कारण किसानो की फसल बरबाद हो चुकी है जिसको स्थलीय निरीक्षण कर वहा किसानो के हित में कार्य करने की जरूरत है। उन्होने कहा कि मगई नदी में बाढ के समय पानी के भराव के कारण खेतो में पानी भर जाता है लेकिन बाढ के समाप्ति के बाद पानी की निकासी खेतो से नही हो पाती जिसके निकासी के लिए उचित उपाय करने की जरूरत है। बैठक में वर्षा जल संजय हेतु खेत तालाब योजना में योजनान्तर्गत वर्षा जल के संचयन एंव भू-जलस्तर के रिचार्जिंग हेतु जनपद के समस्त विकास खण्डो में खेत तालाब येाजना प्रस्तावित है। वर्षा जल का अधिक से अधिक मात्रा में खेत तालाब के माध्यम से संचलयन करके संचित जल से अधिकाधिक क्षेत्र की सिंचाई करते हुए अधिक उत्पादन भी प्राप्त किया जा सकता है । इस योजना का उद्देश्य कृषको की सहभागिता सुनिश्चत करते हुए उन्हे जल संरक्षण एवं उसके समुचित प्रयोग हेतु प्रेरित करना, वर्षा के जल को अधिकाधिक सिंचित कर पलेवा अथवा जीवन दायिनी सिंचाई हेतु प्रयोग करना, वैकल्पिक कृषि के लिए कृषको को प्रशिक्षित करना जिससे कम पानी के प्रयोग से अधिक से अधिक आय प्राप्त हो सके। सासंद ने वर्ष 2019-20 चयनित खेत तालाब योजनान्तर्गत 11 ग्रामो के लाभ प्राप्त कृषको का स्थलीय सत्यापन कराने को कहा। बैठक में उप निदेशक कृषि यू0पी सिंह, जिला उद्यान अधिकारी, जिला कृषि अधिकारी, एवं अन्य सम्बन्धित अधिकारी तथा लाभार्थी कृषक उपस्थित थे।