कन्दवा(चन्दौली)।बरहनी विकास खंड के कन्दवा पिपरदहा मार्ग की हालत काफी दयनीय हो गई है । मार्ग पर बड़े बड़े जान लेवा गढ्ढे बन गए हैं।जिस पर आए दिन दुर्घटनाएं होना आम बात हो गई है। बारिश के बाद तो हालत बद से बदतर हो गई है ।ग्रामीणों ने कई बार क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों और विभागीय अधिकारियों से गुहार लगाई लेकिन कोई सार्थक पहल नहीं की गई । जिसके चलते लोगों में काफी आक्रोश व्याप्त है।
कन्दवा-पिपरदहा मार्ग का निर्माण वर्ष 2008 कराया गया था ।इस मार्ग से कम्हरिया , नूरी , तम्बागढ़, सलेमपुर, कुसहा, पिपरदहा, बरली,पई, कन्दवा, अरंगी, बसन्तपुर, असना, सिसौरा, बकौड़ी, चखनिया , कोरमी, धमिना आदि दर्जनों गांवों के लोग आवागमन करते हैं । यह मार्ग नरवन और महाइच परगना को जोड़ने का सबसे सुगम मार्ग है ।लेकिन रख रखाव और मरम्मत के अभाव में सड़क पूरी तरह बदहाल हो गई है और मार्ग पर बड़े बड़े जानलेवा गढ्ढे बन गए हैं।आलम यह है कि आए दिन लोग इन गढ्ढों में गिर कर चोटिल होते रहते हैं । क्षेत्रीय लोगों का आरोप है कि इस मार्ग पर पिछले 10 वर्षों से ज्यादा समय से मरम्मत के नाम पर एक भी गिट्टी नहीं डाली गई है । क्षेत्र के ओमप्रकाश सिंह , अनिल सिंह झुन्ना , देवेन्द्र राय , डाक्टर संजय सिंह , डाक्टर मनोज सिंह चंदेल, डाक्टर जयकुमार सिंह , अजीत सिंह, विजय शंकर सिंह , सुनील यादव आदि का कहना है कि इस मार्ग की मरम्मत के लिए कई बार विभागीय अधिकारियों और क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों से गुहार लगाई गई लेकिन आश्वासन के सिवा कुछ हासिल नहीं हुआ ।लोगों ने जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए सड़क निर्माण की मांग की है ।