ग़ाज़ीपुर। बदलते मौसम के साथ ही कई तरह की बीमारियां शुरू हो जाती हैं उन्हीं बीमारियों में से एक डायरिया यानि दस्त भी है। गर्मी और बारिश के दिनों में दस्त के मरीजों की संख्या बढ़ने लगती है। इसी को देखते हुए 29 जुलाई से 2 अगस्त तक ओआरएस सप्ताह मनाया जा रहा है। ओआरएस के उपयोग और उसके महत्व के बारे में लोगों को जागरूक करने का निर्देश स्वास्थ्य एवं पोषण विभाग के द्वारा दिया गया है। पोषण मिशन और स्वास्थ्य विभाग के तहत जनपद के सरकारी विद्यालयों में गतिविधियां शुरू हो चुकी हैं।
इसी के क्रम में आंगनबाड़ी केंद्र शहर व सदर परियोजना के अंतर्गत सकलेनाबाद, विशेश्वरगंज, मीरनपुर सक्का, बबेरी प्रथम, लंगड़पुर में ओआरएस सप्ताह दिवस को लेकर जनजागरूकता कार्यक्रम किया गया। इसके अलावा सभी केंद्रों पर 29 जुलाई से 2 अगस्त तक ओआरएस के महत्व व उपयोग के विषय मे एएनएम किरण राय व सुमन कुशवाहा के द्वारा बताया गया।इस दौरान डायरिया के लक्षण व बचाव विषय पर बताया गया। बच्चों को 3 या 3 से अधिक बार दस्त होने पर ओआरएस घोल देना बहुत जरूरी है। इसके बचाव के लिये ओआरएस के एक पैकेट को एक लीटर साफ़ पानी में घोल बनाकर एक गिलास 1 घंटे के अंतराल पर दिया जाना चाहिये। साथ ही जिंक टेबलेट की गोली 14 दिन तक नियमित 1 गोली दी जानी चाहिए।जिला स्वस्थ भारत प्रेरक जितेंद्र कुमार गुप्ता ने बताया पानी को उबालकर ठंडा करके पीने के साथ ही स्वच्छता विषय पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने बताया जनपद में डायरिया की रोकथाम व प्रबंधन के लिये समस्त जनपद में अभियान चलाया जाना चाहिये ताकि कुपोषण की रोकथाम की जा सके। साथ ही इसका व्यापक प्रचार-प्रसार भी होना चाहिये। दस्त नियंत्रण हेतु जनपद के सभी विभाग को एक साथ मिलकर कार्य करना चाहिये।इस कार्यक्रम में प्रधानाचार्य, अध्यापक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अंजू व सीमा, सहायिका एवं अशोक कुमार उपस्थित रहे।