जमानियां। स्थानीय कोतवाली में मंगलवार को पुलिस की सह पर हो रही पशु तस्करी को जब नगर के लोगों ने पकड़ कर कोतवाली पुलिस के हवाले किया तो पुलिस कर्मी आग बगुला हो गये और विडियाें फोटो बना रहे एक हिन्दी दैनिक के पत्रकार के साथ बदसलूकी करते हुए मोबाइल छिन लिया।
कोतवाली क्षेत्र में पशु तस्करी के लिए आये दिन वाहन ग्रामीणों की सूचना पर पकड़े जा रहे है जिससे बौखलाई पुलिस अब मिडियां के साथ मौके पर मौजूद लोगों के साथ बदसलूकी करने पर उतर आई है। मंगलवार को पाण्डेय मोड़ के पास से एक पीकप वाहन में हाथ पैर बांध कर करीब 8 गोवंश रखे गये थे। जिसमें से 7 मरे पाये गये और एक जिन्दा मिला। वही एक बुलेरों में गोवंश को लेकर जा रहे तस्कर भी पकड़े गये लेकिन यह मालूम नहीं होने दिया गया कि कितने गोवंश है। जब पत्रकार ने उसका विडियों और फोटो लेनी चाही तो एक सिपाही ने कोतवाल विमल कुमार मिश्रा की मौजूदगी में ही मोबाइल छिन ली और अभद्रता करने लगा। वही कोतवाल मूकदर्शक बन कर खड़े रहे। जब पत्रकार ने इसका विरोध किया तो सिपाही ने हांलाकि मोबाइल लौटा दी लेकिन पीछे बड़ा सवाल छोड़ दिया कि आखिर मोबाइल छिनने के पीछे मकशद क्या था और क्यों पुलिस अपने गुड वर्क को छुपा रही थी। वही कोतवाल से इसकी शिकायत भी की गयी लेकिन कोतवाल सिपाही के कृत्य पर चुप्पी साधे रहे। इस घटना की शिकायत पुलिस उपाधीक्षक से पत्रकार ने की। जिस पर पुलिस उपाधीक्षक कुलभूषण ओझा ने कहा कि पत्रकारों के साथ किसी भी प्रकार की बदसलूकी बर्दाश्त नहीं की जाएगी और सिपाही के विरुद्ध जांच कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यह कृत्य पुलिस आचार संहिता के विरूद्ध है।