ग़ाज़ीपुर। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत प्रत्येक माह की 9 तारीख को जनपद के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर उच्च जोखिम गर्भावस्था (एचआरपी) दिवस आयोजित किया जाता है जिसमे गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच और जांच उपरांत उन्हें कई तरह की सावधानियां बरतने की बात बताई जाती है।
इस दौरान किसी भी गर्भवती महिला के एचआरपी (हाई रिस्क प्रेगनेंसी) पाई जाने पर प्रसव तक विशेष देखभाल आशाओं द्वारा उपलब्ध कराई जाती है। इसी के क्रम में शुक्रवार को जनपद के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर एचआरपी डे का आयोजन किया गया।सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मुहम्मदाबाद मे आज प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के अन्तर्गत कुल 45 गर्भवती महिलाओं को जिला अस्पताल में कार्यरत डा0 चंद्रा सिंहा के द्वारा जांच सेवाएँ प्रदान की गयी जिसमें गर्भवती महिलाओं की ब्लड प्रेशर जांच, खून की जाँच, यूरिन एवं पेट की जांच, ब्लडशुगर, प्रोटीन, एच आई वी, अल्ट्रासाउंड किया गया। जांच मे कुल 4 गर्भवती महिलाओं मे अत्यधिक खून की कमी पायी गई। कुल ग्यारह एच आर पी महिलाओं को चिन्हित किया गया। 27 गर्भवती महिलाओं को अल्ट्रासाउंड की सेवाएं प्रदान की गई। सभी गर्भवती महिलाओं की हीमोग्लोबिन जांच की गयी। साथ ही सभी गर्भवती महिलाओं को आयरन कैल्शियम व आवश्यक दवाएं वितरित की गयी।इस अवसर पर ब्लाक कार्यक्रम प्रबंधक संजीव कुमार, बीसीपीएम मनीष कुमार व ब्लॉक समन्वयक दिनकर लाल के द्वारा सभी गर्भवती महिलाओं को ‘तुम जियो हजारों साल, जब पहले 1000 दिन हो सही देखभाल’ लिखित संदेश बैग वितरित किया गया। गर्भावस्था के 270 दिन व प्रसव जन्म से लेकर बच्चे के दो वर्ष 730 दिन तक देखभाल पर आवश्यक परामर्श दिया गया।
एसीएमओ डॉ के के वर्मा ने बताया प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान महिलाओं को समर्पित अभियान है जिसकी शुरुआत जून 2016 में की गई थी। इस अभियान के तहत गरीब और जरूरतमंद गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य की देखभाल और बच्चे को जन्म देते समय महिलाओं की होने वाली मृत्युओं की संख्या को कम करना है। इस अभियान के तहत पीएम नरेंद्र मोदी ने देशभर के डॉक्टरों से अनुरोध किया था कि वह हर महीने की 9 तारीख को गरीब गर्भवती महिलाओं की निःशुल्क जांच करें। इस अभियान के तहत अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर निःशुल्क जांच करा सकती हैं।