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कालाजार का रोगी चिन्हित,जिला मलेरिया विभाग की बढ़ी सक्रियता

ग़ाज़ीपुर। बुखार का अक्सर रुक-रुक कर या तेजी से तथा दोहरी गति से आना, भूख न लगना, धीरे-धीरे वजन में कमी होना जिससे शरीर में दुर्बलता, कमजोरी, त्वचा सूखी, पतली और शुष्क होने लगती है तो समझ लीजिये यह सभी लगे तो यह सब कालाजार के लक्षण हो सकते हैं। जनपद में एक ऐसा ही एक मरीज देखा गया। कासिमबाद ब्लॉक के ग्राम फैजुल्लापुर गाँव की रहने वाली विमला देवी (50 वर्ष) जब आज जिला मलेरिया विभाग में अपनी जांच के लिए पहुंची जिसके बाद जांच में पॉजिटिव पाए जाने पर इलाज के लिए बीएचयू मेडिकल कॉलेज वाराणसी के लिए रेफर किया गया।

पीड़ित विमला के पति रामजस ने बताया कि इन्हें पिछले दो माह से बुखार आ रहा है । जिसका वह कई जगह इलाज करवा चुके हैं लेकिन कोई लाभ न मिलने पर आज जिला अस्पताल लेकर आए थे जहां उन्हें मलेरिया विभाग में भेजा गया। उन्होंने बताया कि इन्हें 2 माह से लगातार बुखार आ रहे थे और कभी कभी बुखार इतनी तेज हो जा रहा था और भूख भी नहीं लग रही थी।प्रभारी जिला मलेरिया अधिकारी संजीव कुमार सिंह ने बताया कि विमला की ‘आर के 39 किट’ से जांच की गई है और जांच में रिपोर्ट पॉजिटिव पायी गयी। जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए वाराणसी बीएचयू मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। उन्होंने बताया इसके पूर्व भी कालाजार के चार मरीज पाए गए थे हैं। जो पीकेडीएल (पोस्ट कालाजार डरमल लिसमेनीपासीस) कालाजार से प्रभावित थे। हैं ।इन लोगों को जांच के लिए बीएचयू वाराणसी भेजा गया था। जहां पर यह लोग पॉजिटिव पाए गए। इसके बाद इनका पूरा इलाज किया गया। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य एवं मलेरिया विभाग संचारी रोगों से मलेरिया डेंगू आदि से निपटने के लिए पूर्ण रूप से सक्रिय है