ग़ाज़ीपुर। महिलाएं आज के मौजूदा वक्त में पुरुषों से कहीं भी कम नहीं है बल्कि उनसे दो कदम आगे चलने को तैयार है, चाहे वह तरक्की का कोई भी क्षेत्र हो उसे करके दिखलाया है। 11 जुलाई से 31 जुलाई तक चलने वाले जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा जो भारत सरकार के द्वारा जनसंख्या को नियंत्रण करने के लिए चलाया गया था, इस पखवाड़े में गाजीपुर की 1,206 महिलाओं ने महिला नसबंदी को अपना कर स्वास्थ विभाग को प्रदेश में तीसरा स्थान दिलाया जबकि वाराणसी मंडल में दूसरा स्थान गाजीपुर जनपद का रहा।
वही जनसंख्या को स्थिर करने के लिए शासन के द्वारा 11 जुलाई से 31 जुलाई तक जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा चलाया गया था जिसमें परिवार को नियंत्रित रखने के लिए परिवार नियोजन के सभी संसाधन निशुल्क उपलब्ध कराया गया था। जिसमें मुख्य रुप से पुरुष व महिला नसबंदी रहा ।परिवार नियोजन विशेषज्ञ तबरेज ने बताया कि इस पखवाड़े में 1206 महिला और 26 पुरुषों ने नसबंदी को अपनाया है जबकि 863 ने कापर टी और 358 प्रसव पश्चात कापर टी अपनाया वहीं 2,213 ने अंतरा इंजेक्शन के साथ ही 34,983 कंडोम और माला एन एवं छाया की 11,216 गोलियों भी अपनाया। इस पखवाड़े में मेरी स्टॉप इंडिया के द्वारा भी रेवतीपुर में 151 और कासिमाबाद में 130 नसबंदी कराया गया था जो स्वास्थ्य विभाग के सहयोगी के रूप में कार्य कर रही थी।
वहीं अगर हम 2018 के जुलाई माह में चले जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा की बात करें तो उस वक्त 544 महिला के सापेक्ष 10 पुरुषों ने नसबंदी अपनाया था जबकि 663 महिलाओं ने कापर टी व 222 महिलाओं ने अंतरा इंजेक्शन का लाभ उठाया था। तबरेज ने बताया कि अगर हम 2018 के सापेक्ष 2019 की तुलना करें तो महिला नसबंदी 118%, पुरुष 160%, कॉपरटी 98%, प्रसव पश्चात कापर टी 41% और अंतरा 811% की बढ़ोतरी हुई है।