बिरनो(गाजीपुर)।स्थानीय ब्लाक अंतर्गत स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर आशा कार्यकर्ती व स्टाफ नर्स के बीच डिलीवरी को लेकर हुई झड़प के बाद स्टाफ नर्स के पति द्वारा आशा कार्यकर्ती के साथ अभद्र ब्यवहार के विरोध में आशा कार्यकर्तीयों ने धरना-प्रदर्शन किया।
स्वास्थ्य केंद्र अधीक्षक व थानाध्यक्ष के आश्वासन पर धरना समाप्त हुआ। मिली जानकारी के अनुसार मलेठी गांव निवासी रूबी सिंह का डिलीवरी 15 अगस्त को हुआ था।इस डिलीवरी में आशा शीला सिंह का प्रसव कराने में नामनी दर्ज होने पर शनिवार को शीला सिंह स्टाफ नर्स किरण सिंह से इस प्रकरण पर बात ही कर रही थी कि तभी स्टाफ नर्स के पति राधा मोहन सिंह द्वारा आशा कार्यकर्ती को गाली गलौज एवं लात घुसा से मार पीटने का प्रकरण सामने आ गया। जब इस प्रकरण की पूरी जानकारी आशा कार्यकर्तीयो को होते ही सभी कार्यकर्ती लामबंद होकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया।मौके पर स्वास्थ्य केंद्र अधीक्षक डॉ मनोज कुमार व बिरनो थानाध्यक्ष वसीम अहमद मौके पर पहुंचकर मामले को शांत कराया गया।आशा कार्यकर्ताओं का कहना है कि राधामोहन सिंह इस अस्पताल का कर्मचारी नहीं है फिर भी आशाओं के साथ गलत तरीके से पेश आता है।उनका कहना है कि राधामोहन सिंह जब अस्पताल का कर्मचारी नहीं है।तो यहां आया क्या करता है।इस प्रकरण को लेकर आशा कार्यकर्ती काफी गुस्से में थी।यह मामला कोई पहला मामला नहीं है इसके पहले भी स्टाफ नर्स किरण सिंह पूर्व प्रभारी अधीक्षक डॉक्टर अमर से भी भिड़ चुकी हैं।इस प्रकरण से ही डॉ सरफराज खुद अपना तबादला करा लिए और मरदह स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी बने।इस प्रकरण को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं थी।इस अवसर पर सीमा देवी,शीला सिंह,चिंता देवी,मंजू देवी,सुशीला देवी,सुशीला देवी,कुंती देवी,सहित सैकड़ों की संख्या में आशा कार्यकर्ती उपस्थित रही।इस प्रकरण को लेकर अस्पताल सहित क्षेत्र में तमाम तरह की चर्चाएं चल रही है।