कन्दवा(चन्दौली)। आयुर्वेदिक दवाओं से अनेक गम्भीर बीमारियों का इलाज संभव है। ऋषि-मुनियों ने आयुर्वेद को किसी भी बीमारी के इलाज के लिए बेहतर माना है।आयुर्वेद चिकित्सा सिर्फ बीमारियों को ही ठीक नहीं करती, बल्कि यह मनुष्य को जीवन जीने की कला भी सिखाती है।
आयुर्वेद चिकित्सा प्रकृति का अनमोल तोहफा है। हजारों वर्षों से चली आ रही आयुर्वेद की चिकित्सा मनुष्य के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। यह देश ही नहीं, विदेशों में भी अपनाई जाती है।उक्त विचार सोमवार की दोपहर कम्हरिया स्थित आयुर्वेदिक अस्पताल के प्रभारी डाक्टर बृजेश पांडेय ने एकौनी गांव में आयोजित आयुर्वेद आपके द्वारा कार्यक्रम के दौरान व्यक्त किया ।इस दौरान शिविर में 115 रोगियों को जांच कर निशुल्क दवाइयां वितरित किया। शिविर में डाक्टर बृजेश पांडेय ने कहा कि एलोपैथिक चिकित्सा से बीमारियों में तुरन्त आराम तो मिलता है, लेकिन यह निश्चित नहीं होता कि बीमारी पूरी तरह से ठीक हो जाएगी। लेकिन आयुर्वेद चिकित्सा बीमारी को जड़ से खत्म करने में सक्षम होती है और फिर वह बीमारी दोबारा नहीं होती।उन्होंने लोगों से इसका लाभ उठाने का आह्वान किया ।शिविर में हृदय रोग , लिवर , बवासीर , बुखार , पीलिया और की दवाइयां दी गई । शिविर में डा0 प्रमोद कुमार , डा0 संजय सिंह , उदय प्रताप सिंह , प्रेमशंकर सिंह , सुधीर कुमार , रिंकू सिंह आदि लोग मौजूद रहे ।