कन्दवा(चन्दौली)। कर्मनाशा नदी के तट पर 50 क्यूसेक की क्षमता वाले न्यू चारी लिफ्ट कैनाल के दो बार टेस्टिंग में फेल होने के बाद भ्रष्टाचार की शिकायत जोर पकड़ने लगी है। क्षेत्र के किसानों ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर लिफ्ट कैनाल के निर्माण में हुई गड़बड़ी और भ्रष्टाचार की जांच की मांग की है।
गौरतलब है कि वर्ष 2016 में चारी गांव में 32.77 करोड़ व अदसड़ गांव में 37 करोड़ की लागत से लिफ्ट कैनाल के निर्माण के लिए धन स्वीकृत हुआ था।उक्त परियोजना को मार्च 2018 तक पूर्ण कराना था। लेकिन 15 माह देर से काम होने के बाद बीते दिनों चारी पम्प कैनाल की क्षमता 50 क्यूसेक की जगह पर 30 क्यूसेक के ट्रायल पर ही एचडीपी पाइप कई जगहों पर फट गई।वहीं एमएस पाइप भी जगह जगह पिचक जाने से योजना में अनियमितता की किसानों का आरोप सही साबित होने लगी है।किसानों का आरोप है कि चारी पम्प कैनाल परियोजना 10.5 किलोमीटर लंबी है परंतु कार्यदायी संस्था ने 8.5 किलोमीटर पाइप लाइन बिछाकर ही परियोजना पूर्ण कर दी है। किसानों का आरोप है कि लघु डाल नहर विभाग के पूर्व अधिशासी अभियंता सिद्धार्थ सिंह व वर्तमान अधिशासी अभियंता राजेंद्र कुमार और सहायक अभियंता राजकुमार पांडेय ने पम्प कैनाल निर्माण में काफी गोलमाल किया है।बरहनी गांव के किसान रविंद्र त्रिपाठी , शिवपूजन सिंह , श्रीकांत तिवारी , अनिल कुमार सिंह , भोलानाथ आदि ने मुख्यमंत्री को प्रार्थना पत्र देकर चारी और अदसड़ लिफ्ट कैनाल के निर्माण में हुई भारी अनियमितता व भ्रष्टाचार की जांच करवाकर दोषियों पर कार्यवाही करने की मांग की है।