Skip to content

किशोरियों की एनीमिया की जांच के साथ ही बाटी गई आयरन की गोली

ग़ाज़ीपुर। स्वास्थ्य एवम परिवार कल्याण मंत्रालय ने भारत की आबादी के 21 प्रतिशत, को स्वास्थ्य और विकास की आवश्यकताओं को पूरा करने के उद्देश्य से 7 जनवरी को राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम की शुरुआत की गई थी।

जिसके तहत जनपद गाजीपुर में भी कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है और इस कार्यक्रम के लिए जनपद के कुल 32 बालिका विद्यालयों को चिन्हित किया गया है। और इन विद्यालयों में इस कार्यक्रम को लेकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय पर पिछले दिनों जनपद के सभी सीएचसी और पीएचसी से जुड़े हुए चिकित्सा अधिकारी ,बीपीएम, ए आर ओ व एच ई ओ की ट्रेनिंग कराई गई थी।

इसी को लेकर गत दिवस जहा नवली इंटर कॉलेज में पढ़ने वाली करीब 800 बालिकाएं और बुधवार को नेहरू विद्यापीठ इंटर कॉलेज रेवतीपुर की 600 छात्राओं के बीच इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया।रेवतीपुर ब्लाक की बीपीएम बबीता सिंह ने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत सभी किशोरियों का एनीमिया की जांच की गई है। और उसके पश्चात सभी में (wifs)वीकली आयरन फोलिक सल्फेट का वितरण भी किया गया इस दौरान किशोरियों को आयरन की गोली को कैसे खाया जाना है और इसके फायदे भी बताए गए।

उन्होंने बताया कि आज के इस कार्यक्रम के दौरान स्कूल परिसर में ही छात्राओं के बीच एनीमिया पर सामान्य ज्ञान का चर्चा भी किया गया और और प्रथम द्वितीय एवं तृतीय स्थान आने वाली छात्राओं को पुरस्कृत भी किया गया।कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉ मनीष कुमार अधीक्षक,बबीता सिंह बीपीएम रेनू यादव स्टाफ नर्स, रीना राय ,इंदु देवी, शशि बाला उपाध्याय एएनएम एवं आशा कार्यकत्री उपस्थित रही।