ग़ाज़ीपुर। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत क्वालिटी एश्योरेंस प्रोग्राम के अंतर्गत बुधवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय मे जनपद स्तरीय प्रशिक्षण सहित कार्यशाला का आयोजन किया गया।
जनपद के सभी ब्लाकों के चिकित्साधिकारी, ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी एवं अपर शोधाधिकारी को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य कायाकल्प अवार्ड योजना के तहत इस साल जनपद के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को लाना और उन्हें पुरस्कृत करना है।इस दौरान एसीएमओ डॉ केके वर्मा ने बताया इस योजना की शुरुआत 2015 में की गयी थी। इसी के तहत साल 2017-18 और 2018-19 में जनपद स्तर पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जमानिया ने प्रथम स्थान पाया था और दो लाख रुपये का पुरस्कार प्राप्त हुआ है। इस धनराशि में से 75 प्रतिशत लागत से स्वास्थ्य केंद्र के सुदृढ़ीकरण, रख-रखाव, स्वच्छता व्यवस्था में खर्च किया गया जबकि शेष धनराशि चिकित्सा अधिकारियों व कर्मचारियों के उत्साहवर्धन के लिए इंसेटिव के रूप में दिया गया।इस प्रशिक्षण में मुख्य रूप से पांच बिंदुओं पर प्रशिक्षक डॉ आर पी सोलंकी, डॉ गुलाब शंकर और डॉ वसीम सिद्दीकी के द्वारा दिया गया जिसमें बायो मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट की परफॉर्मेंस इंडिकेटर, कायाकल्प चेक लिस्ट, नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस सर्टिफिकेशन एवं स्वयं की सुरक्षा को लेकर किया गया।प्रशिक्षक डॉ वसीम सिद्दीकी ने बताया किसी भी प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को इस योजना के तहत अवार्ड में शामिल होने के लिए 7 बिंदुओं को पूरा करना होगा जिसमें थीमैटिक एरिया, हॉस्पिटल मैनेजमेंट, सैनिटेशन एंड हाइजीन, वेस्ट मैनेजमेंट, सपोर्ट सर्विस, इनफेक्शन कंट्रोल हाइजीन प्रमोशन के साथ ही हॉस्पिटल बाउंड्री को मानक बनाया गया है। इन मानकों में 70 फीसदी पूरा करने वाला स्वास्थ्य केंद्र इस अवार्ड के लिए पात्र होगा।