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पत्नी ने जताया हत्या की आशंका

जमानियां। स्थानीय कोतवाली क्षेत्र के देवरियां गांव निवासी अनिल कुशवाहा पुत्र स्व श्याम नरायन कि फांसी लगाने की घटना पर उसकी पत्नी ने हत्या की आशंका जतायी है। जिसको लेकर वह बलिया के अधिकारियों से मिलेंगी।

बलियां जनपद के भीमपुरा थाने में फॉलोअर पद पर तैनात अनिल कुशवाहा कि मौत थाने में फांसी लगा कर हुई। जिसमें उसकी पत्नी सुनीता देवी पूरे मामले को संदिग्ध बता रही है। उनका कहना है कि उनका पति कभी आत्म हत्या नहीं कर सकता है। उन्हें तो गांठ लगाना भी नहीं आता है। आरोप है कि थाने पर तैनात पुलिस कर्मी एवं अधिकारी उससे मांसिक रूप से प्रताड़ित करते थे। उससे मजा लिया जाता था कि तुम्हे घर भेजा जाएगा और तुम्हारी पत्नी से नौकरी कराया जाएगा। जिससे वह मांसिक रूप से तनाव में रह रहा था। उनका कहना है कि उनके पति कि नियुक्त वर्ष 2016 में बलिया के सिकन्दरपुर थाने में हुई थी। जहां उन्होंने तीन वर्ष बिताये। इन तीन वर्षो में जब वह घर आते थे तो प्रशन्न रहते थे और कभी किसी प्रकार को दिक्कत नहीं हुई। लेकिन 6 अगस्त को भीमपुरा थाने में तैनाती हुई तभी से वह कुछ तनाव में रहते थे। उन्होंने कई सवाल दागे और पुछा कि उनके पति का चेहरा सिर्फ दिखाया गया‚ उनके शरीर में चोट थी अथवा नहीं कोई जानकारी नहीं होने दी गयी। उन्होंने कहा कि पुलिस ने भीनुपरा थाने बुलााया था लेकिन रास्ते में उन्हें थाने के बजाय बलिया जिला मुख्यालय पहुंचने को कहा गया । जहां करीब 1 घंटे बाद पुलिस शव लेकर पहुंची। उन्होंने कहा कि जिस खिडकी से लटकी हुई उसका शव का विडियों दिखाया गया। उसमें उनका पैर जमीन पर था और आस पास काेई टुल आदि भी नहीं था। एसे में उनकी हत्या होने से इनकार नहीं जा सकता । उनका कहना है कि पति कि हत्या कि जांच होनी चाहिए। थाने का कर्मचारी यदि थाने में सुरक्षित नहीं है तो आम लोग कैसे अपने को सुरक्षित महसूस करेंगे। उन्होंने हत्या कि जांच और दोषियों पर कर्रवाई के लिए पुलिस अधीक्षक से मिलने की बात कही। सुनीता देवी ने कहा कि उनके दो बच्चें 13 वर्षीय संजीव मौर्य और 8 वर्षीय बच्ची अमृता मौर्य है। जिनके भरण पोषण की जिम्मेदारी उनके उपर है।