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परिवार नियोजन कार्यक्रम का दो दिवसीय प्रशिक्षण सम्पन्न

ग़ाज़ीपुर। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत, परिवार नियोजन कार्यक्रम, जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा के साथ ही कई अन्य तरह के कार्यक्रम भी चलाए जाते हैं, ताकि जनसंख्या को स्थिर किया जा सके। परिवार नियोजन कार्यक्रम मे नियोजन सामग्री की महत्वपूर्ण भूमिका है जिसकी मॉनिटरिंग फैमिली प्लानिंग लॉजिस्टिक मैनेजमेंट इनफॉरमेशन सिस्टम (एफ़पीएलएमआईएस) के द्वारा किया जाता है।

इसी को लेकर दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर शनिवार को मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय के प्रशिक्षण भवन में नोडल अधिकारी डॉक्टर के के वर्मा की अध्यक्षता में समापन किया गया। प्रशिक्षण में सभी ब्लॉकों के डाटा एंट्री ऑपरेटर, बीपीएम, फार्मासिस्ट एवं प्रत्येक ब्लॉक के दो नवीन पीएचसी के फार्मासिस्टो को प्रशिक्षित किया गया। प्रशिक्षण चीफ फार्मेसिस्ट बुद्धि लाल, डाटा एंट्री ऑपरेटर दुर्गा प्रसाद, धनंजय व जिला परिवार नियोजन विशेषज्ञ तबरेज के द्वारा दिया गया। इस सिस्टम के जरिए योजना में आने वाले सभी सामाग्री की जानकारी को ऑनलाइन किया गया है। इससे पारदर्शिता के साथ-साथ कार्यक्रम को मजबूती भी मिलेगी। इस पोर्टल के माध्यम से राष्ट्रीय स्तर से आशा के स्तर तक मॉनिटरिंग की जा सकती है जिससे परिवार नियोजन के साधनों को समुदाय तक आसानी से उपलब्ध कराई जा सके एवं अनचाहे गर्भ पर कमी लाई जा सके।
इस दौरान बताया गया परिवार कल्याण से जुड़ी सेवाओं को एलएमआईएस के जरिये ऑनलाइन किया जा रहा है। इससे जिले से लेकर समुदायिक स्तर तक परिवार कल्याण से जुड़ी सेवाओं की वर्तमान स्थिति के साथ इसकी मांग का पता चल सकता है। एलएमआईएस की सहायता से परिवार नियोजन में जिले के अनमेट मांग यानि और अधिक मांग को भी पूरा किया जा रहा है। इसके साथ ही एलएमआईएस के द्वारा जिले के लॉजिस्टिक्स प्रबंधन को मजबूती मिल रही है एवं साथ ही लॉजिस्टिक्स प्रबंधन में पारदर्शिता भी आ रही है।
इस पोर्टल के माध्यम से सभी लाभार्थियों को लाभ मिल रहा है और सभी को परिवार नियोजन के संसाधनों कि पर्याप्त उपलब्धता सुनिशिचत कराई जा रही है। संसाधन वितरण के बाद लाभार्थी का नाम और मोबाइल नंबर भी पोर्टल पर अपलोड करना होता है। परिवार नियोजन के तहत जिले में उपलब्ध विभिन्न सेवाओं एवं साधनों के विषय में सटीक जानकारी प्राप्त करने के लिए लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट इनफार्मेशन सिस्टम पोर्टल निर्मित किया गया है।
एसीएमओ डॉ केके वर्मा ने बताया जनसंख्या को स्थिर रखने के लिए शासन बहुत सारी योजनाएं, उपकरण व गर्भनिरोधक सामाग्री जनपद को भेजती है जिसे जनपद के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर भेजा जाता है। इस सिस्टम के अब तक ऑनलाइन न होने की वजह से परिवार नियोजन की सामग्री की उपलब्धता एवं मॉनिटरिंग मे कठिनाई होती थी लेकिन इस कार्य में आसानी आई है।
परिवार नियोजन कार्यक्रम में अंतरा तिमाही गर्भ निरोधक इंजेक्शन, छाया गर्भ निरोधक गोली, कॉपर-टी, महिला और पुरुष नसबंदी शामिल है। इन सभी सुविधाओं के लिए लाभार्थियों को शासन के द्वारा क्षतिपूर्ति राशि भी प्रदान की जाती है।