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पोलियो उन्मूलन कार्यक्रम के तहत पिलाई गयी दो बूंद जिंदगी की

जमानियां। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की ओर से संचालित पोलियो उन्मूलन कार्यक्रम के तहत स्थानीय नगर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सहित विकास खंड के 121 पोलियों बूथ एवं 5 स्ट्रेटिक बूथ पर दो बूंद जिंदगी की खुराक पिलाई गयी।
इस अभियान के तहत पांच साल तक के बच्चों को पोलियो प्रतिरोधक दवा पिलाया गया। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डां रूद्रकांत सिंह ने विकास खंड के दर्जनों बूथों का निरीक्षण किया और जरूरी दिशा निर्देश दिया। इस दौरान बताया कि पोलियो के विरुद्ध प्रतिरोधक क्षमता उत्पन्न के लिए नियमित टीका करण कार्यक्रम और पल्स पोलियो अभियान के अंतर्गत पोलियो वैक्सीन मुफ्त में दी जाती है। यह दवा पांच वर्ष से कम उम्र के सभी बच्चों के लिये अत्यंत आवश्यक है। बताया कि बच्चे के जन्म पर, छठवें, दसवें, व चौदहवें सप्ताह में दिया जाता है। जिसके बाद 16 से 24 माह की आयु के मध्य बूस्टर खुराक पिलाया जाता है। पोलियो या पोलियो मेलाइटिस एक गंभीर और खतरनाक बीमारी है। पोलियो वायरस से होता है जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक फैलता है। वायरस मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाता है। पोषण माह के तहत बूथों पर आँगनबाड़ी कार्यकत्रीयों द्वारा भी पुष्टाहार का वितरण भी किया गया। इस अभियान में ग्राम प्रधान, एएनएम, आशा, विद्यालय अध्यापकों आदि को लगाया गया है। इस कार्यक्रम के तहत डोर–टू–डोर भी पोलियों की खुराक पिलाया जाना है।