गाजीपुर।गंगा के बढ़ते जलस्तर से तटवर्ती क्षेत्रों की स्थिति भयावह हो गयी हैै।जमानियाँ के बाड़ क्षेत्र पूरी तरह जलमग्न हो चुका है।बाढ़ का पानी एन एच 97(24)को कई जगहों पर छु रहा है।प्रशासन लगातार चक्रमण कर स्थिति पर नजर बनाये हुये है।गंगा का जलस्तर अभी भी बढ़ रहा है।
चंबल नदी के उड़ी गेज स्टेशन का उच्चतम जल स्तर 128.40 मीटर के सापेक्ष सुबह 6ः00 बजे तक 126.52 मीटर हो गया है जो कि आज तक का सबसे अधिकतम जल स्तर है चंबल नदी के बढ़े जलस्तर के कारण आगे आने वाली नदियां यमुना, गंगा के जल स्तर में वृद्धि होनी तय है। चंबल नदी में बाढ़ को देखते हुए यमुना नदी में 1600000 क्यूसेक जल प्राप्त होगा, जिसके फलस्वरूप यमुना नदी का जलस्तर 86 से 87 मीटर के बीच हो जाएगा जो खतरे के निशान से अधिक है।यमुना के जलस्तर में वृद्धि होने के कारण गंगा का भी जलस्तर बढ़ेगा। इस स्थिति में
जनपद में गंगा में आगामी 2 दिनों में भीषण बाढ़ आने की
संभावना है।शासन द्वारा सभी जनपद के अधिकारीयो को निर्देशित किया गया है कि वह अपने स्वयं तथा अधीनस्थों के माध्यम से बाढ़ की स्थिति पर सतर्क दृष्टि रखें तथा बचाव एवं राहत कार्य युद्ध स्तर पर सुनिश्चित करें ।
बाढ़ की विभिषिका को एवं गंगा के बढ़ते जल स्तर को देखते हुए जिलाधिकारी के. बालाजी ने गहमर में कामाख्या मन्दिर में बनाये गये शरणार्थी शिविर का स्थलीय निरीक्षण कर राहत कार्य एवं स्थिति का जायजा लिया तथा मुख्य चिकित्साधिकारी एवं मुख्य पुश चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया कि बाढ़ से प्रभावित गॉव में उपस्थित होकर वहा पर कैम्प के माध्यम से दवाओ का वितरण करे, जिससे व्यक्ति अथवा पशुओ को परेशानी न हो।