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ईमानदारी से किया गया शोध ही श्रेष्ठ-डॉ.अनूप कुमार मिश्र

ज़मानियां।स्टेशन बाजार स्थित हिन्दू स्नातकोत्तर महाविद्यालय पी-एच. डी. कोर्स वर्क कार्यक्रम में डॉ. अनिल सिंह ने अध्ययन और विभिन्न विषयों के शोध में पोस्टट्रुथ की भूमिका पर सारगर्भित व्याख्यान प्रस्तुत किया ।

डॉ. सिंह ने अपने व्याख्यान में शोधार्थियों को सचेत करते हुए कहा कि शोधकार्य में तथ्यों से इतर जाकर कोई बात न कहें अन्यथा उससे पूरी पीढ़ी दुष्प्रभावित हो सकती है । डी. ए. वी.पी.जी.कॉलेज वाराणसी के अर्थशास्त्र विभाग एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अनूप कुमार मिश्र ने शोध में विषय चयन की बारीकियों तथा शोध की विभिन्न प्रक्रियाओं के बारे में सशक्त एवं उपयोगी जानकारी दी । शोधार्थियों को सम्बोधित करते हुए डॉ. मिश्र ने कहा कि शोध विषय का चयन अपने मन के अनुकूल और क्षमता के अनुरूप करना चाहिए उन्होंने आगे कहा कि ईमानदारी से किया गया शोध ही गुणात्मक और श्रेष्ठ होता है। अतः उत्तम शोध के लिए शोधार्थी को अपने ज्ञान को सूक्ष्म स्तर तक ले जाना चाहिए । डॉ. राम मनोहर लोहिया पी.जी.कॉलेज, राजातालाब के प्राचार्य डॉ. काशी नाथ सिंह ने भारत के गाँवों के बदलते हुए स्वरूप और उसकी समस्याओं पर प्रकाश डाला एवं गाँवों में शिक्षा, स्वास्थ्य आदि की बदहाली पर चिंता व्यक्त की । उनका मानना था कि गांवों के विकास के बिना भारत को विकसित राष्ट्र नहीं बनाया जा सकता ।डॉ. सिंह ने भ्रष्ट राजनीति को गाँव की बदहाली का कारण बताते हुए कहा कि गाँवों के विकास के लिए बहुत से उपक्रम होते आये हैं, परन्तु समस्या वहीं की वहीं हैं । उदय प्रताप पी.जी. कॉलेज कम्प्यूटर विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. दीनानाथ सिंह ने शोध में कम्प्यूटर के सही उपयोग की कई तकनीकी जानकारी प्रदान की।
कार्यक्रम में डॉ. श्रीमती विमला देवी, आई क्यू एस सी सेल के प्रभारी एवं रसायनशास्त्र विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर एवं अध्यक्ष डॉ. अरुण कुमार, इतिहास विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर एवं शोध समिति के सदस्य डॉ. संजय कुमार सिंह, डॉ. राकेश सिंह, डॉ. रवीन्द्र कुमार मिश्र, प्रदीप कुमार, डॉ. राघवेंद्र पांडेय, सूरज कुमार जायसवाल, पेन्गूला प्रासर, रवि उद्यान आदि उपस्थित रहे । कार्यक्रम का संचालन कोर्स वर्क के संयोजक एवं हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. अखिलेश कुमार शर्मा शास्त्री ने किया।