जमानियां। पुत्र के दीर्घायु, सुख तथा समृद्धि की कामना को लेकर होने वाले जीवित्पुत्रिका का निर्जला व्रत के रखने वाली महिलाओं को इस बार गंगा स्नन करने में भारी परेशानी का समाना करना पड़ सकता है। गंगा नदी में जल स्तर बढ़ा हुआ है। जिससे घाट डूब चुके है और व्रती महिलाओं को स्नान करने में कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है।
नगर पालिका सहित तहसील प्रशासन जीवित्पुत्रिका को होने वाले श्रधालूओं की भीड़ को देखते हुए जगह–जगह बैरिकेटिंग कर रही है और कोई घटना न हो इसके लिए तैयारी में जुटि है। प्रशासन द्वारा नगर में जीवित्पुत्रिका को देखते हुए वाहन पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा। वही क्षेत्र के चक्का बांध स्थित गंगा घाट पर स्थिती भयावह बनी हुई है। जिससे घाट पर स्थान किया जाना संभव नहीं है। नगर पालिका अध्यक्ष एहसान जफर ने बताया कि इस पर्व में गंगा तट पर भारी संख्या में श्रद्धालूओं की भीड़ आती है। इस बार गंगा का जलस्तर बढ़ जाने से घाट पानी से लबालब भरा हुआ है। जान माल की सुरक्षा को देखते हुए नगर के सभी प्रवेश मार्ग पर बैरिकेटिंग करायी जा रही है। उन्होंने बताया कि नगर के सतुवानी घाट पर स्नान पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा और बलूआ घाट पर स्नान होगा लेकिन अधिक संख्या होने पर व्यवस्था दुव्यवस्था में बदल सकती है। उपजिलाधिकारी रमेश मौर्य ने कहा कि गंगा का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है‚ नदी में वेग अधिक है। जिससे गंगा तट के आस पास जाने में खतरा है। एतिहात बरतते हुए स्नान के लिए अन्य स्थान का चयन बेहतर होगा। प्रशासन कि ओर से तैयारी है और घाट के आस पास पुलिस बल की तैनाती की गयी है।