गहमर। थाना क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित ग्राम भतौरा में मंगलवार की सुबह 9 बजे स्कूली छात्र-छात्राओं सहित ग्रामीणों से भरी नाव पलट जाने से हड़कम्प मच गया। घाट पर मौजूद ग्रामीणों ने पानी में कूदकर डूब रहे लोगों को किसी तरह बाहर निकाला गया। घटना की सूचना मिलते ही जिलाधिकारी सहित तमाम आला अधिकारी और एनडीआरएफ सहित चिकित्सकों की टीम मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में जुट गये।
जानकारी के अनुसार बाढ़ प्रभावित ग्राम भतौरा से मंगलवार सुबह 9:00 बजे करीब दर्जन भर ग्रामीण एवं 2 दर्जन से अधिक छात्र छात्राओं को दूसरे छोर पर जाने के लिए नाव चली ही थी की क्षमता से अधिक लोगों के होने के कारण कुछ ही दूरी पर गहरे पानी में डूब गई जिससे लोगों में चीख पुकार मच गया। घाट पर मौजूद अन्य ग्रामीणों द्वारा पानी में कूद कर डूब रहे सभी लोगों को किसी तरह बाहर निकाला गया। घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे मुख्य चिकित्सा अधिकारी सहित एनडीआरएफ टीम राहत कार्य में जुट गई। इस घटना में करीब 9 स्कूली छात्राएं सहित एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई हैं।
घटना की सूचना मिलते ही जिलाधिकारी के बालाजी सहित पुलिस कप्तान डॉ अरविंद चतुर्वेदी घटनास्थल पर पहुंच स्थिति को देखा एवं चिकित्सकों की टीम को घायलों का बेहतर इलाज के लिए निर्देश दिया।
नाव डूबने की घटना के बाद मौके का मुआयना करने पहुंचे जिलाधिकारी के बालाजी एवं पुलिस कप्तान डॉ अरविंद चतुर्वेदी से ग्रामीणों ने नावो की संख्या को लेकर शिकायत दर्ज कराई । ग्रामीणों का कहना था कि शासन की ओर से लोगों को ले जाने के लिए जितने नावों की व्यवस्था की गई है वो कम है इनकी संख्या बढ़ाई जाए । उनका कहना था कि नाव के कम होने से लोग क्षमता से अधिक नाव पर सवारी कर रहे हैं जिसके कारण इस प्रकार का हादसा हुआ अगर नावों की संख्या ज्यादा होती तो इस प्रकार की घटना नहीं हो पाती। ग्रामीणों की मांग को सुनकर जिलाधिकारी ने नाव की संख्या बढ़ाने का आश्वासन दिया।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर जीसी मौर्य ने बताया कि डूब रहे बच्चों की दूषित पानी पीने के कारण तबीयत खराब हुई है इनके जल्द और बेहतर इलाज के लिए दवाएं दी जा रही हैं जल्द ही उनके स्वास्थ्य में सुधार हो जाएगा।