जमानियां। स्थानीय तहसील क्षेत्र दो तरफ से नदी से घिरा हुआ है। एक तरफ जहां गंगा नदी उफान पर है ताे वही दूसरे तरफ कर्मनाशा के बढते जल स्तर ने प्रशासन के माथे पर चिंता की लकीर खींच दी है।
सोमवार को उपजिलाधिकारी रमेश मौर्य और तहसीलदार आलोक कुमार ने राजस्व टीम के साथ कर्मनाशा नदी में आई बाढ़ से प्रभावित गांवों का दौरा किया। उपजिलाधिकारी श्री मौर्य ने सभी ग्रामीणों से अपील की कि सभी ऊंचा एवं सुरक्षित स्थान पर चले जाए। कहा कि प्रशासन की ओर से बाढ़ चौकी एवं शरणार्थी स्थल बनाये गये है। उसमें में भी जा कर शरण लिया जा सकता है। इस दौरान उन्होंने करमहरी‚ गायघाट‚ धुस्का‚ केसरूआ‚ देवढी‚ जबुरना आदि गांव का दौरा किया और स्थिति से अवगत हुए। वही उन्होंने हल्का लेखपालों को गांव में मौजूद रह कर ग्रामीणों को हर संभव मदद मुहैया कराने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों के जरूरत के अनुसार नावों की व्यवस्था की जाएगी। इस संबंध में उपजिलाधिकारी रमेश मौर्य ने बताया कि चंदौली जनपद के चन्द्रप्रभा बांध से छोड़े जा रहे पानी को 29 तारीख को बंद कर दिया गया है। जिससे कर्मनाशा का जल स्तर बढ़ा है। क्योकि गंगा नदी में पानी पहले से अधिक है। जिस कारण से वह पानी गंगा में नहीं जा पा रहा है। उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के दौरा के दौरान केसरूआ और जबुरना गांव के संपर्क मार्ग पर पानी आ चुका है। जिस कारण से नाव लगाये गये। उन्होंने बताया कि करमहरी गांव स्थित पुल जो बिहार को जोड़ती है उसके एप्रोच पर पानी आ गया है। जिससे आवागमन बाधित हो गया है। बिहार के दो नाविकों द्वारा बडी नाव का संचालन किया जा रहा है। एतिहात के दौर पर ओवर लोडिंग पर नजर रखने के लिए पुलिस बल की तैनाती की गयी है। बताया कि प्रशासन पुरी तरह से एलर्ट है और स्थिति पर नजर बनाये हुए है।