जमानियां। स्थानीय नगर पालिका क्षेत्र के स्टेशन बाजार स्थित रामलीला मैदान में पूर्व कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश सिंह ने मंगलवार की रात स्टेशन बाजार में शुरू हो रहे राम लीला के आयोजन की शुरुआत फीता काट कर किया।
इस दौरान आयोजन समिति के सदस्यों ने माला पहनाकर व तिलक लगाकर अपने मुख्यअतिथि का स्वागत किया। इस दौरान ओम प्रकाश सिंह ने कहा कि रामलीला अध्यात्म की वह पाठशाला है जहां मनुष्य को नैतिकता का पाठ सीखने को मिलता है। राम के चरित्र को आत्मसाध करने की आवश्यक्ता है।रामलीला के द्वारा समाज से बेहतर रिश्ता बनता है। वही रामलीला देखने आयी महिलाओं की काफी भीड़ को देखते हुये कहा कि आप आई है बेशक राम लीला देखे परन्तु बनना तो माता सीता बनना कैकयी कभी न बनना। वही पुरुषों को कहा कि भाई बनना तो लक्ष्मण की तरह व भक्त बनना तो हनुमान की तरह। यही है असली रामायण और रामलीला जो हमे जीवन मे कुछ न कुछ सीखने का मौका मिलता है। वही उन्होंने कहा कि यह केवल एक राम लीला का मंचन मात्र नहीं है, बल्कि समाज में रिश्तों को बनाये रखने के लिये आदर्शों को स्थापित करने का बेहतर माध्यम है। संबोधन के समाप्ति के बाद रामलीला के मंचन की शुरुआत प्रभु श्री राम की आरती से हुई। जिसके बाद मुनि आगमन, ताड़का वध, मारीच सुबाहु दरबार, अहिल्या उद्धार का मंचन किया गया। इस मौके डॉo कुन्दन निगम, डॉo शुरेश राय, शंकर शर्मा, प्रधान देवेन्द्र यादव, सभासद पंकज निगम, प्रमोद यादव, प्रभाकर सिंह, मुo इस्लाम, राजू होदा, सूरज जायसवाल, राकेश जायसवाल, मनीष कुमार, बबलू दुबे, सिंटू सिंह, पिंटू सिंह आदि लोग मौजूद रहे।