मरदह।विकासखंड के ग्राम पंचायत फत्तेपुर में आजादी के बाद 72 वर्ष बाद भी मूलभूत सुविधाओं से लोग वंचित है।
2500 आबादी वाला यह गांव अधिकांश लोग खेती बारी व फौज, पुलिस में कार्यरत देश सेवा कर रहें।उसके बाद गांव के लोगों के रिश्तेदार उनके घर आने से हिचकते हैं।क्योंकि वाहन तो दूर सङक नहीं होने से पैदल का भी रास्ता आसान नहीं है। जानकारी के अनुसार फत्तेपुर गांव से छोटका बलुआ, बङका बलुआ,महमूदपुर,सहित दर्जनों गांवों को जोङने वाला चकरोड मार्ग मात्र 50 मीटर जमीन के लिए आजादी के बाद से आज तक निर्माण नहीं हो सकता जिसका कारण है कि दोनों तरफ सङक तो है पर वर्तमान ग्राम प्रधान के घर के सामने 50 मीटर सड़क की जमीन न होने के कारण ग्रामवासी आज भी दंश झेल रहे हैं।इस मार्ग से प्रतिदिन सैकड़ों छात्र छात्राओं का आना जाना है जो प्रतिदिन गिरकर घायल होते हैं।साथ ही साथ गांव में स्थित पोखरी बरसात के पानी से जलमग्न होकर शहीद गोपाल यादव सहित दर्जनों लोगों के घरों में गंदा पानी पहुंच गया।जिससे संक्रामक बीमारियों के फैलने की आशंका प्रबल होती दिख।सङक निर्माण व नाली निर्माण के लिए ग्रामीणों ने सभी क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों तक गुहार लगाई परन्तु कोई सुनवाई नहीं हुई तो शनिवार को श्रमदान करते हुए चकरोड काटकर बीचों भी नाली बनाकर पानी निकासी का इंतज़ाम किया तथा सङक व नाली निर्माण के लिए ग्रामीणों ने गंदे पानी में खङे हो शहीद बीएसएफ जवान गोपाल यादव की माता सावित्री देवी के नेतृत्व में जनप्रतिनिधियों व संबंधित अधिकारियों के खिलाफ घंटों प्रर्दशन व नारेबाजी करते हुए कहा कि अगर जल्द से जल्द समस्या का समाधान नहीं हुआ तो हम सङक पर उतरकर आन्दोलन के साथ वोट बहिस्कार के लिए बाध्य होगे।
इस मौके पर पहलवान जिला केशरी बलवंत यादव,सावित्री देवी,रामकृत यादव,कमला यादव,रामबचन विन्द,संजय कुमार,प्रमोद यादव, अम्बिका यादव, सुरेन्द्र यादव,सुमेर यादव,महेन्द्र बिन्द,राहुल बिन्द,हरिओम पासवान,निलेश यादव, बीरबहादुर राम आदि लोग मौजूद रहे।