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कलश यात्रा के माध्यम से लोगों को किया गया जागरुक

मरदह।स्थानीय गायत्री प्रज्ञापीठ गायत्री परिवार द्वारा पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत पांच दिवसीय नौ कुण्डीय गायत्री महायज्ञ व प्रज्ञा पुराण कथा एवं विभिन्न संस्कार कार्यक्रम के पावन अवसर पर प्रथम दिन रविवार को सुबह दस बजे से गायत्री प्रज्ञापीठ यज्ञ स्थल से झांकी व बैंड बाजे के साथ विशाल कलश यात्रा के निकाली गई।

जिसमें भारी संख्या में कुंवारी बालिकाओं के साथ महिलाओं ने भाग लिया।कलश यात्रा में जाग गयी भाई जाग गई नारी शक्ति जाग गयी, ज्ञान यश की ज्योति जलाने हम घर-घर जायेंगे, स्वच्छ भारत सुन्दर भारत, नशा छोड़ो का भी नारा दिया।प्रवचन के माध्यम से गायत्री प्रज्ञापीठ जनपद के मुख्य ट्रस्टी सुरेन्द्र सिंह ने कहा कि आज समस्त विश्व पर विनाशकारी बादल मंडरा रहें है।भविष्य अन्धकारमय हो रहा है।मानवीय भष्ट्र चिन्तन विज्ञान के वरदान को भी अभिशाप में बदल दिया है।परम्पराये मृत प्राय: हो चुकी हैं।आज प्रत्येक घर दु:खों से इस प्रकार के रोगों से मानसिक तनाव से प्रेत बाधाओं से,मुकदमाबाजी से एवं गांव- गांव में क्लेष से जकड़ा हुआ है।आज इस समस्याओं का निदान गायत्री यज्ञ संस्कार है।पान मशाला,जर्दा,गुटखा, मांस,अण्डा कैंसर पैदा करते हैं।बीङी, सिगरेट, मदिरा, खैनी,जल्दी मौत बुलाती है,साथ ही धन धर्म दोनों का नाश होता है।इस मौके पर पर रामसुख यादव, विनोद कुमार जायसवाल कृष्णा गोङ, रमेश यादव, जिला संयोजक गायत्री शक्ति पीठ लौहर यादव, रामनिवास राय, गुलाबचंद बागी,रामकेश यादव, बालमती सिहं, उर्मिला, राधा पटवा, सुमन गोङ, सिंधू जायसवाल, शारदा देवी, विरेन्द्र सिहं राजू, पारसनाथ सिहं, रामबचन मौर्या, रविन्द्र राय, परशुराम मौर्य, रामजी आदि लोग मौजूद रहे।