ग़ाज़ीपुर। देश को टीबी से मुक्त करने के लिए सरकार ने 2025 तक का लक्ष्य तय किया है। इसी के मद्देनजर 10 से 22 अक्टूबर तक सक्रिय टीबी रोगी खोज अभियान चलाया जा रहा है जिसकी मॉनिटरिंग सरकार द्वारा भी की जा रही है।
इस अभियान पर नज़र रखने के लिए स्वास्थ्य निदेशालय ने संयुक्त निदेशक डॉ अरूप राय को जनपद का नोडल अधिकारी बनाया है। सोमवार को संयुक्त निदेशक डॉ अनूप राय ने जनपद के ब्लॉक गोडउर और कासिमाबाद स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत चलने वाले टीबी एसीएफ़ अभियान की मॉनिटरिंग के लिए टीबी यूनिट का भौतिक सत्यापन किया।
इस दौरान नोडल अधिकारी ने क्षेत्र में क्षय रोग से संबंधित प्रचार-प्रसार सामाग्री का भी जायजा लिया जिसमें उन्होने बैनर, पोस्टर, पैम्फलेट आदि का सत्यापन किया। इस दौरान कुछ खामियाँ मिलने पर नोडल अधिकारी ने जिला क्षय रोग अधिकारी और जिला टीबी इकाई को जल्द से जल्द दूर करने के निर्देश दिये। इसके पश्चात जिला अस्पताल स्थित जिला क्षय रोग केंद्र पहुंचकर सभी चिकित्साधिकारी अधिकारी, कर्मचारी और स्टाफ के साथ बैठक की। बैठक में उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी के समक्ष प्रस्तुत की जाने वाली अभियान की प्रतिदिन की रिपोर्टिंग के बारे में जानकारी ली।
इस दौरान जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ के के वर्मा ने बताया नोडल अधिकारी डॉ अरूप राय गोडउर और कासिमाबाद के दो टीम निरीक्षण किया जिसके अंतर्गत पांच-पांच घरों के सभी सदस्यों की स्क्रीनिंग की गयी। इन घरों पर पहुंचकर नोडल अधिकारी ने टीबी नियंत्रण कार्यक्रम और टीबी यूनिट के टीमों के बारे में जानकारी ली। उन्होने बताया 22 अक्टूबर तक चलने वाले अभियान में 19 अक्तूबर तक 2.6 लाख लोगों की स्क्रीनिंग की गई जिसमें से 857 लोगों के बलगम की जांच हुई और जांच के उपरांत 30 नए टीबी के मरीज मरीज खोजे गए जिनको निःशुल्क इलाज पर रखा गया है।