मरदह।आगामी डाला छठ व अयोध्या मंदिर पर आने वाले फैसले के मद्देनजर स्थानीय थाना परिसर में शांति समिति की बैठक हुई।
बैठक की अध्यक्षता करते कासिमाबाद क्षेत्राधिकारी महमूद अली ने उपस्थित लोगों से परिचय प्राप्त कर बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि सम्मानित गणमान्य लोग अपने-अपने गाँव में अराजक तत्वों से सावधान रहे।वर्षों से अयोध्या राम मंदिर व बाबरी मस्जिद का मामला न्यायालय में विचाराधीन पड़ा था।लेकिन वर्तमान में वह मामला सुप्रीमकोर्ट में चल रहा था।जिससे तमाम पार्टियों के नेता इसको लेकर अपनी रोटी सेंकने का काम कर रहे थे।जिससे आपस में भाई चारे के सौहार्द बिगड़ता नजर आ रहा था।जिसका निर्णय सुरक्षित रख लिया गया है।बस फैसला आना बाकी है।उसका निर्णय 17 नवम्बर से पहले आने वाला है।जिसको लेकर शासन प्रशासन चौकन्ना है। उन्होंने कहा हिंदुस्तान का सबसे बड़ा सर्वोच्च न्यायालय का शत् प्रतिशत पालन करना हमारा कर्तव्य है।ताकि उसका गरिमा बना रहे।उन्होंने कहा कि अगर कोई अराजक तत्व किसी प्रकार का बवाल करता है या बवाल करने का कोशिश करता है तो उसे समझानेे का प्रयास करें।अगर वह नहीं मानता है तो तुरंत थानाध्यक्ष के सरकारी नम्बर पर सूचित करें। किसी भी कीमत पर उसे बख्सा नहीं जायेगा।उसके साथ सक्ति से निपटा जाएगा।वह कानून के शिकंजे में होगा।हर हाल में जो भी फैसला आता है हम सबका दायित्व बनता है कि उसका पालन हो।हमारे देश का सबसे बड़ा सर्वोपरि न्यायालय है।उनका फैसला जिसके भी पक्ष में आता है।उसका पालन शत् प्रतिशत होना चाहिए।संकल्प के साथ सुप्रीम कोर्ट के फैसले का आदर होना चाहिए।आगे बताया कि डिजिटल पुलिस टीम द्वारा फेसबुक, वाट्सएप ,यूट्यूब, ट्यूटर पेज पर भी पैनी नज़र है।जो व्यक्ति दोषी होगा उसको किसी भी कीमत पर बक्सा नहीं जाएंगा।इस मौके पर थानाध्यक्ष शरदचन्द्र त्रिपाठी,दरोगा नागेश्वर तिवारी, योगेन्द्र पाल,फुलचन्द्र पाण्डेय,सच्चिदानंद पाण्डेय, इजहार खांन,सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।