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सत्य,न्याय व धर्म का पालन करने से ही जीव का कल्याण होगा-राघवाचार्य राहुल महाराज

जमानिया।क्षेत्र के रघुनाथपुर जीवपुर में आयोजित मानव धर्म प्रसार प्रवर्तन समाज सेवी संस्था के तैतीसवें वार्षिक में राघवाचार्य राहुल महाराज ने कहा कि भगवान धरती पर संतों और भक्तों की रक्षा के लिए शरीर धारण करते हैं सब कुछ त्याग कर जब जीव उनके शरण में जाता है तो भगवान उसे अपना बना लेते हैं भगवान सांसारिक सुख के लिए धरती पर शरीर धारण नहीं करते।

उन्होंने कहा कि सत्य न्याय धर्म का पालन करने से ही जीव का कल्याण होगा। कथा में शिवजी महाराज ने कहा कि गर्भस्थ जीव मल मूत्र की गर्मी और अन्याय वेदनापूर्ण परिस्थितियों को झेलते हुए प्रार्थना करता है कि हे परमात्मा इस बार यदि कष्ट का निवारण कर दोगे तो मैं बाहर आकर सर्वदा आपका भजन कीर्तन करुंगा। भगवान की दया जीव के ऊपर होती है लेकिन बाहर निकल कर जीव माता पिता, परिवार और आगे चलकर संसार के मोह में पड़कर भगवान को भूल जाता है। चौरासी लाख योनियों में ऐसे ही वादा खिलाफी करता हुआ जीव अपार दुख को भोगता रहता है, परन्तु जब कभी उसे किसी संत, सद्गुरु की चरणों की शरणागति प्राप्त हो जाती है तो संत उस जीव को सदमार्ग पर प्रेरित करके चलाकर उसको मुक्त कर देता है। सम्मेलन में पं.चंद्रेश महाराज,बुच्चा जी, योगाचार्य ,संत दयाराम दास और राधेश्याम चौबे ने भी कथा अमृत पान कराया। कथा मंच का संचालन सुखपाल ने किया।