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उदयाचल सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही समाप्त हुआ महापर्व

जमानियाँ।नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में आस्था का महापर्व डाला छठ उत्साह के साथ मनाया गया। पुत्र के दीर्घायु होने की कामना के लिए सूर्योपासना का तीन दिवसीय महापर्व ‘डाला छठ’ रविवार को उदयाचल सूर्य को दूध से अर्घ्य देने के साथ ही समाप्त हो गया।

उगते सूर्य को अर्घ्य देने के लिए नगर समेत ग्राम्यांचलों में व्रती महिलाएं ब्रह्म बेला से ही विभिन्न नदियों और तालाबों के घाटों पर मंगल गीत गाते हुए पहुंचना शुरू कर दीं। घाटों पर व्रती महिलाओं द्वारा जलाए गए दीपकों से ऐसा लग रहा था जैसे आसमान से तारे धरती पर उतर आए हों।व्रती महिलाओं व पुरुषों ने सूर्य की लालिमा के साथ ही तालाबाें व नदियों के जल में प्रवेश किया।जैसे ही लालिमा गगन में दिखी, वैसे नगर समेत ग्राम्यांचलों में सुपेली में विभिन्न प्रकार के फल, मिष्ठान, पान और सुपाड़ी के साथ ही व्रतियों ने गाय के दूध से उगते हुए सूर्य को पूर्वाभिमुख होकर अपने पुत्र से तो किसी ने ब्राह्मण के द्वारा सूर्य को अर्घ्य दिया। अर्घ्य देनेे के बाद व्रतियों ने प्रसाद वितरण शुरू कर दिया। इसके साथ ही मंगल गीत गाते हुए अपने-अपने घरों के लिए रवाना हो गईं।

सभी लोगों के सुख, शान्ति व समृद्ध के लिए पूूर्व मंत्री पुत्र रितेश सिंह ने छठ किया तथा पिता पूूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह ने अर्ध्य दिया।

डॉ राणा प्रताप सिंह

गहमर। क्षेत्र में आस्था का पर्व छठ सकुशल संपन्न हुआ। शनिवार को व्रती महिलाओं ने जहां  डूबते हुए हुए सूर्य को  अर्घ देकर पर्व की शुरुआत की वही रविवार  को उगते हुए सूर्य को अर्घ देकर अपना कठिन व्रत समाप्त किया।

गांव के नरवा घाट पर जमानिया विधायक सुनीता सिंह, ग्राम प्रधान मीरा चौरसिया सहित हजारों महिलाओं ने छठ व्रत  किया। इसके अलावा गांव के पश्चिमी पंप कैनाल  घाट सोझवा घाट, मठिया घाट, बाघनारा आदि घाटों पर छठ सकुशल संपन्न हुआ। इसके अलावा क्षेत्र  के बारा, खुदरा करहिया, सायर, रायसेनपुर, भतौरा, मगरखायी, हरकरनपुर, मनिया आदि गांव में भी छठ सकुशल संपन्न हुआ। शांति एवं सुरक्षा को देखते हुए गहमर कोतवाल राजीव सिंह मय हमराह घाटो का चक्रमण करते नजर आए इसके अलावा भारी संख्या में महिला एवं पुरुष कांस्टेबल सभी घाटों पर मुस्तैद दिखे।