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किसान पाठशाला में समेकित कृषि प्रणाली पर जोर

गहमर। स्थानीय गॉव के हनुमान चौतरा के प्रांगण में सोमवार को द मिलियन फार्मर्स स्कूल( किसान पाठशाला) का आयोजन किया गया ।

जिसमें सहायक विकास अधिकारी(कृषि) इंद्रेश कुमार वर्मा ने पाठशाला में किसानों को आय दुगुना करने सम्बंध समेकित कृषि प्रणाली पर जोर दिया तथा आय बढ़ाने के लिए सभी संभावित संसाधनों का सदुपयोग करने के लिए विभिन्न उपाय बताए गए । जैसे उत्पादकता में वृद्धि करना, सिंचाई ,उर्वरक ,कृषि रक्षा रसायन ,श्रमिक आदि का कुशलता पूर्वक प्रयोग करना। उत्पादन लागत में कमी करने ,परंपरागत धान की फसल चक्र से हटकर खेती करना ,उत्पादों की गुणवत्ता को सुनिश्चित करना जिससे किसान उस उत्पाद का सही मूल्य प्राप्त कर सके, मृदा परीक्षण एवं मृदा स्वास्थ्य कार्ड के अनुसार उर्वरकों का उपयोग करना तथा हरी खाद का प्रयोग करना जल प्रबंधन हेतु स्प्रिंकलर का उपयोग सिंचाई ,नहरों ,ट्यूबेल आदि से की जाती है वहाँ किसान भाई पूरे खेत को भरकर सिंचाई करते है इससे पानी की बर्बादी होती ही है साथ ही साथ बहुदा फसलों को ज्यादा पानी से नुकसान होता है इसलिए आवश्यक है कि छोटी छोटी क्यारियाँ और नालियों को बनाकर सिंचाई करनी चाहिए। इससे सिंचाई जल की 30 से 50% तक बचत की जा सकती है और उत्पादन भी 8-10% ज्यादा प्राप्त किया जा सकता है ।इसके अतिरिक्त उच्च मूल्य वाली सब्जियों,मसालों, बागों में टपक सिंचाई तथा जहां जमीन समतल है स्प्रिंकलर का प्रयोग करके 60-70 प्रतिशत जल की बचत जा सकती है।उक्त अवसर पर प्रगतिशील किसान योगेंद्र सिंह,अजय सिंह, विनय सिंह,डॉ. आर पी सिंह, सत्यजीत सिंह,प्रमोद सिंह, विमलेश सिंह आदि लोग मौजूद रहे।