ग़ाज़ीपुर।बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के तहत संचालित अर्ली चाइल्ड केयर एंड एजुकेशन प्रशिक्षण योजना के तहत तीन से छः साल के सभी बच्चों जो स्कूल के नाम के डरते हैं, को आंगनबाड़ी केन्द्रों पर निःशुल्क शिक्षा दी जाएगी।
इसके साथ ही शून्य वर्ष से तीन वर्ष तक के बच्चों के अभिभावकों को चाइल्ड केयर के बारे में जागरूक किया जाएगा। इसके लिए अभी हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिक्षा के क्षेत्र से जुड़ी एक बेहतर पहल की है। उन्होंने बेसिक शिक्षा परिषद के तहत आने वाले आंगनबाड़ी केंद्रों को अगले शैक्षणिक सत्र से प्री-प्राइमरी स्कूलों में बदलने का निर्णय लिया है। इन स्कूलों में तीन साल से ऊपर बच्चों को कक्षा-एक में दाखिला किया जाएगा। हालांकि वर्तमान में पाँच वर्ष तक के बच्चों को पहली कक्षा में प्रवेश दिया जाता है।
इसी के मद्देनजर गाजीपुर में बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग ने इस नई पहल को लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं जिसके लिए जनपद के प्रत्येक ब्लाकों के पाँच-पाँच आंगनबाड़ी केन्द्रों को मॉडल के रूप में बनाया जाएगा। इसके लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम 11 नवंबर से 15 नवंबर के मध्य कराया जाएगा वहीं प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए विभाग ने माइक्रो प्लान तैयार कर लिया है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी दिलीप कुमार पांडे ने बताया कि शासन की मंशा के अनुरूप अब सभी बच्चों को शिक्षा दिए जाने के लिए यह कवायद शुरू की गयी है। बहुतसे बच्चे स्कूल के नाम से ही भागते हैं, उन बच्चों में इस भय को खत्म करने के लिए बिना किताब और बिना बैग के शिक्षा देने का प्रावधान शासन द्वारा किया गया है। इसमें मुख्य रुप से बच्चों को गणित, कलर, आकार-प्रकार, बड़ा-छोटा आदि के बारे में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से शिक्षा दी जाएगी।
जिला स्वस्थ भारत प्रेरक जितेंद्र गुप्ता ने बताया कि अर्ली चाइल्ड केयर एंड एजुकेशन प्रशिक्षण योजना के तहत यह पहल शुरू की जा रही है। जिसके लिए दो फेज में प्रत्येक ब्लॉक के पांच-पांच आंगनबाड़ी केन्द्रों को मॉडल बनाया जा रहा है इसके लिए जल्द ही सीडीपीओ, सुपरवाईजर और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षितकिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इन केंद्रों पर ‘बेबी फ्रेंडली टॉयलेट’ के साथ ही मानसिक व शारीरिक बौद्धिक विकास, दैनिक जीवन में उपयोग की जा रही वस्तुओं आदिसे बच्चों का विकास किया जाएगा। इसके साथ ही साथ बच्चों के अभिभावकों को जागरूक कर कन्वर्जेंस विभाग से जोड़ा जाएगा।