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हस्ताक्षर को लेकर हुआ पीएचसी में विवाद‚ पुलिस ने कराया मामला शांत

जमानियां। नगर के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर गुरूवार की दोपहर करीब एक बजे आशा संगनी एवं आशा बहुओं को फाइलेरिया का प्रशिक्षण के लिए बुलाया गया था। जहां प्रशिक्षण कार्य समाप्त होने से बाद ही रजिस्टर पर हस्ताक्षर करने को लेकर आशाओं में विवाद हो गया और जम कर हो हल्ला हुआ।

प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रशिक्षण के लिए जुटी आशा बहुओं एवं संगनीओं द्वारा फाइलेरिया प्रशिक्षण समाप्त होने के बाद एक एक कर उपस्थिति रजिस्टर पर हस्ताक्षर किया जा रहा था। इसी बीच हस्ताक्षर करने को लेकर सरोज मौर्य और आशा सत्या के पति राजेंद्र त्रिपाठी के बीच पहले हस्ताक्षर करने को लेकर विवाद शुरू हो गया। सरोज मौर्य का आरोप है कि आशा सत्या त्रिपाठी के पति राजेंद्र त्रिपाठी ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया। वही मौके पर मौजूद एकलाख अहमद ने मामला को शांत करने का प्रयास किया लेकिन हंगामा कम नहीं हुआ। मामला बिगड़ता देख राजेंद्र प्रशिक्षण सभागार के पास से हट कर प्रभारी चिकित्साधिकारी डाॅ रूद्रकांत सिंह के कक्ष में चले गये। जिसके पीछे आशा भी वहां पहुंच गयी और हंगामा करने लगी। जिस पर स्वास्थ्य केन्द्र प्रभारी डॉ रूद्रकान्त ने समझाने बुझाने का प्रयास किया लेकिन जब आशा नहीं मानी तो उन्होंने कोतवाली में सूचना देकर पुलिस बुलवाई। सूचना पर पहुंची कोतवाली पुलिस के वरिष्ठ उपनिरीक्षक एके पाण्डेय के समझाने पर मामला शांत हुआ।