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अब किताबों से नहीं खेल व भाव गीत के माध्यम से बच्चें होंगे शिक्षित

ग़ाज़ीपुर। अर्ली चाइल्ड केयर एजुकेशन के माध्यम से जनपद में चल रहे आंगनबाड़ी केंद्रीय में से प्रत्येक ब्लॉक में 5-5 मॉडल आगनबाडी केंद्र बनाकर बच्चों को बिना किताब और बिना बैग के शिक्षा दिए जाने के पूर्व आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का प्रशिक्षण कार्यक्रम जनपद के जमानिया व रेवतीपुर परियोजना पर 15 नवंबर को की गई। जिसमें बच्चों को भाव गीत संगीत के साथ उनके सर्वांगीण विकास के अन्तर्गत सामाजिक, शारीरिक,बौद्धिक, मानसिक व भाषा का विकास आंगनबाड़ी के द्वारा किया जायेगा।

जमानिया परियोजना में एक दिवसीय बच्चों के प्रारंभिक देखभाल व शिक्षा कार्यशाला का आयोजन हुआ। जिसमें 5-5 मॉडल आंगनबाड़ी केंद्रों का प्रशिक्षण सम्पन्न हुआ। उन्होंने बताया कि 5 मास्टर ट्रेनर के द्वारा द्वितीय चरण में 5-5 मॉडल आंगनबाड़ी केंद्रों को तैयार किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण में केंद्र पर प्राप्त संसाधनों के माध्यम से आंगनबाड़ी केंद्र को सुसज्जित करने व अधिक से अधिक बच्चों को केंद्रों पर एकत्र करने एवं समय सारणी के अनुसार केंद्रों को संचालन करने हेतु प्रशिक्षण दिया गया। मॉडल केंद्रों को ईसीसीई पैटर्न के अनुसार आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को प्रशिक्षित किया गया। जिसमें बच्चों को कागज पर आकार बनाकर विभिन्न प्रकार के रंगों को भरना ,चित्र के माध्यम से कहानी सुनाना, कपड़ों के विभिन्न आकार त्रिकोण चौकोर गोल आयताकार इत्यादि की जानकारी देने के साथ ही भाव गीत के माध्यम से गिनती और अक्षरों का ज्ञान कराना सिखाया गया। स्वस्थ भारत प्रेरक जितेंद्र कुमार गुप्ता ने प्रशिक्षण के अन्तर्गत 5 मॉडल आंगनबाड़ी के कार्यकत्री व उपस्थित समस्त सुपरवाइजर व सीडीपीओ को बच्चों के प्रारंभिक देखभाल व शिक्षा के अन्तर्गत प्रेजेंटेशन के माध्यम से भावगीत खेल – खेल के माध्यम से बच्चों को शिक्षा के प्रति कैसे जागरूक। सामाजिक, बौद्धिक, भावनात्मक, मानसिक, शारीरिक व भाषा के विकास के लिए अलग -अलग तरीके भी बताए गए। जमानियां परियोजना पर तहसील के नोडल एजाज अहमद सुपरवाइजर बिंदा, सवरस्वती, मीरा, राधिका, कमलावती, कमलावती देवी, कुसुम, कुमुद, प्रमिला सिंह,अर्चना सिंह उपस्थित रहीं ।