गाजीपुर। जिलाधिकारी ओम प्रकाश आर्य की अध्यक्षता मे बुधवार को कैम्प कार्यालय पर सायं 5.00 बजे डेगू रोग तथा अन्य संचारी रोगो की रोकथाम बचाव एवं प्रभावी नियंत्रण के लिए विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाने तथा इस हेतु विभिन्न विभागो का उत्तरदायित्व निर्धारण करने के सम्बन्ध मे एक आवश्यक बैठक सम्पन्न हुई।
बैठक मे निम्नलिखित विभागो को उनके उत्तरदायित्व का निर्धारण किया गया जिसमे जिला वेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका गाजीपुर, जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला कृषि अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं समेकित बाल विकास परियोजना, जिला सूचना अधिकारी,अधिशासी अभियन्ता सिंचाई विभाग,जिला मनोरंजन अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक महिला/पुरूष चिकित्सालय गाजीपुर को उत्तरदायित्व निर्धारित किया गया। बैठक मे बेसिक शिक्षा/माध्यमिक शिक्षा विभाग को निर्देशित किया गया कि समस्त विद्यालयों के कक्षों को मच्छर रोधी बनाने,एक अध्यापक को नोडल अधिकारी नामित करते हुए उनके द्वारा प्रतिदिन प्रार्थना स्थल पर डेगू एवं अन्य वेक्टरजनित रोगो के बचाव एवं नियंत्रण हेतु ‘‘क्या करें एवं क्या न करें‘‘ के सम्बन्ध मे जानकारी दी जायेगी,छात्र छात्राओं को पूरी आस्तीन के कपड़े/ड्रेस पहनने पर बल दिया
जाए,विद्यालयों मे अनुपस्थित बच्चो मे यदि कोई ज्वर से पीड़ित है तो उसकी सूचना मुख्य चिकित्साधिकारी का तुरन्त उपलव्ध कराने एवं विद्यालयों के कक्षो को मच्छर रोधी बनाने के लिए कक्षो मे स्थापित खिड़कियों मे मच्छररोधी जाली लगाने का निर्देश दिया गया। नगर विकास विभाग अपने-अपने क्षेत्रो मे बने ओवर हेड टैंक की नियमित सफाई,टंकियों के ढक्कन एयर टाईट बनाने, सभी मुहल्लो मे साफ-सफाई एवं कूड़ा निस्तारण की व्यवस्था करने,मलिन बस्तियों मे अत्यधिक प्रजनन स्थल जल संग्रहित न होने देने तथा स्वास्थ्य विभाग से समन्वय स्थापित करके मच्छरजनित परिस्थितियों को समाप्त करने हेतु फागिंग/लार्वीसाइडल स्पे्र/आई0ई0सी की कार्यवाही करने का निर्देश दिया गया। इसी प्रकार पंचायती राज विभाग को जल भराव स्थलों को समाप्त कराये जाने,नालियों एवं नालो मे जल बहाव को अवरोधित न होने देने, ग्राम्य स्वास्थ्य एवं स्वच्छता समिति को सक्रिय करते हुए स्वच्छता की व्यवस्था सुनिश्चित करने तथा हैण्ड पम्प एवं कुओं क पास अनावश्यक जल एकत्रित न होने देने हेतु निर्देश दिया गया। ग्राम विकास विभाग अनावश्यक जल भराव के स्थलो को समाप्त करने, नालियों एवं नालो मे जल बहाव को अवरोधित न होने देने, रोगो से बचाव हेतु जल भराव वाले स्थानों की सफाई एवं उसमे मिट्टी का तेल डलवाने की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया। जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित किया गया कि रोगो के संचरण काल मे महिलाओ एवं बच्चों को मच्छरदानी का उपयोग करने, बच्चो को पूरे आस्तीन के कपड़े पहनने का व्यवहार सिखाने को कहा गया। उपरोक्त सभी विभागो को उनके द्वारा डेगू एवं अन्य संचारी रोग नियंत्रण अभियान 16.11.2019 से 30.11.2019 मे किये जाने वाले कार्यो की ग्रामवार कार्ययोजना तैयार कर व्लाक तथा जिला स्तरीय
समन्वय समिति मे प्रस्तुत कर व्लाक/ जनपद स्तरीय समेकित कार्ययोजना तैयार की जानी है जिसकी प्रगति की प्रत्येक शनिवार अन्तर्विभागीय समीक्षा बैठको मे की जायेगी। डेगू के साधारण लक्षणों मे तेज सिरदर्द व बुखार होना,मांसपेसियों तथा जोड़ो मे दर्द होना,आंखो के पीछे दर्द होना, जी मिचलाना एवं उल्टी होना तथा गंभीर मामलो मे नाक, मुंह, मसूड़ो से खून आना शामिल है। इससे बचाव हेतु पानी से भरे हुए बर्तनो व टंकियों आदि को ढक कर रखे,सप्ताह मे एक बार कूलर को खाली करके सुखा दे,यह मच्छर दिन के समय काटता है। ऐसे कपड़े पहनें जो बदन को पूरी तरह ढके,डेगू के उपचार के लिए कोई खास दवा या वैक्सीन नही है बुखार उतारने के लिए पैरासिटामोल ले सकते है परन्तु एस्प्रीन या इबुबु्रफेन का इस्तेमाल ना करें तथा अधिक बुखार मे डाक्टर की सलाह लें। डाक्टर की सलाह पर रोगी को अस्पताल मे भर्ती अवश्य
करा दें।