मरदह(गाजीपुर)। 501 कलश लेकर हजारों कि संख्या में पुरूष महिलाएं व बालक बालिकाएं यज्ञ स्थल से चलकर महाहर धाम सरोवर के जल को विशेष मंत्रों के जरिए कलश में भरा,इसके बाद पुन: कलश यात्रा जयकारे के साथ यज्ञ स्थल पहुंचेगी।
कलश यात्रा में ऊंट,घोड़े, हाथी के साथ-साथ बैंड-बाजे रहें।क्षेत्र के जगदीशपुर अवतार अविसहन गांव में नौ दिवसीय श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ का शुभारंभ बुधवार को किया गया।प्रथम दिन गांव से सराय मुबारक, सुलेमापुर देवकली गांव,पृथ्वीपुर गांव होत हुए हजारों कि संख्या में महिला पुरुष बालक बालिकाएं कलश यात्रा लेकर क्षेत्र के सिद्धपीठ महाहर धाम स्थित सरोवर से जल भर कर विधिवत कलश पूजा के बाद कलश लेकर यज्ञ स्थल पर रवाना हुए।इस अवसर पर श्री श्री 1008 श्री महामण्लेश्वर रामनरायण दास जी खङेश्वरी बाबा त्रिदेव आश्रम अयोध्या धाम ने बताया कि सनातन धर्म में यज्ञ, महायज्ञ व कथा का एक विशेष स्थान है।यज्ञ व महायज्ञ से वातावरण सुगंधित होता है।मन-प्रफुल्लित हो जाता है। इसके माध्यम से विश्व शांति,समाज कल्याण की कामना होती है।नौ दिन तक चलने वाले प्रवचन में श्रीमद् भागवत कथा का गुणगान किया जाएगा। इस मौके पर रामाधार दास जी महाराज, रामहरख सिहं, गंगा जायसवाल, मंटू चौहान, धनंजय चौहान, कैलाश यादव, नविन्द्र यादव, गामा गोङ, हरिकांत कुशवाहा, रमायन यादव, योगेन्द्र यादव, मखसुदन सिहं, उर्मिला देवी, रामलावती देवी, श्यामदुलारी देवी, संजू देवी, चनवती देवी, अवधेश चौहान आदि लोग मौजूद रहे।