सुहवल । आलाधिकारियों के तमाम दिशा निर्देशों के बावजूद ओवरलोडिंग का खेल एवं उसका संचालन पुलिस की मिली भगत से बदस्तूर तरीके से दिन रात बेधडक जारी है ।लोगों का कहना है कि लगता है कहीं पुलिस को किसी बडे हादसे का इंतजार तो नहीं कि हदासे के बाद कहीं ओवरलोडिंग पर लगाम पुलिस कसे ।
शायद लगता तो यही है, तभी तो पुलिस निर्देशों के बाद भी खुलेआम बालू,कोयला,गिट्टी, आयरन आदि लदे ओवरलोड ट्रकों को हमीद सेतु से बेहिचक पास कराने में जुटी है ।लगता है पुलिस को अपने आलाधिकारियों के द्वारा विभागीय कार्यवाही का तनिक भी डर नहीं है । लोगों का कहना है कि ओवरलोडिंग वाहनों के संचालन का खेल देखना है तो शाम ढलते ही इसका खेल शुरू हि जाता है, यह सब खेल पुलिस सीधा नहीं खेलती किसी नजदीकी क्षेत्रीय विश्वास पात्र लोगों को इसकी जिम्मेदारी दे इसपर निगाह रखती है, फिर चार-पांच की संख्या में बारी-बारी से ओवरलोड वाहनों को आगे जाने की हरी झंडी दी जाती है ।पुलिस कर्मी जुगाड लगा ड्यूटी लगवाना चाहते है, हो भी क्यों ना गंगा नदी पर स्थित यही एकमात्र हमीद सेतु वर्तमान .मेें चालू हैै जिसके कारण वाहनों का दबाव ,बना हुआ है ।
सेतु के क्षतिग्रस्त होने के कारण जिलाधिकारी ने भारी वाहनों के आने-जाने पर रोक लगा दी, मरम्मत के बाद पुल को सभी तरह के अंडरलोड वाहनों के लिए पुल को पूरी तरह से खोल दिया गया, पुल के दोनों तरफ जिलाधिकारी का आदेश युक्त ओवरलोड भारी वाहनों का पुल पर प्रवेश वर्जित ह, लेकिन तमाम निर्देश को दरकिनार कर वहाँ तैनात कर्मी ओवरलोड वाहनों को बिना किसी हिचक के आगे जाने की हरी झंडी दे रहे है यह सब खेल रात्रि में ही नहीं दिन में भी बदस्तूर जारी है ।लोगों का कहना है कि अपनी सुविधाओं को लेकर महत्वपूर्ण हमीद सेतु के अस्तित्व से जिस तरह कानून को ताक पर रख ओवरलोड वाहनों का संचालन पुलिस के द्वारा कराया जा रहा है वह भविष्य में कभी भी बडे हादसे का कारण बन सकता है । इस मामलें में पुलिस अधीक्षक डाक्टर अरविन्द चतुर्वेदी ने कहा कि किसी भी सूरत में ओवरलोड वाहनों का संचालन नहीं होने दिया जायेगा,कहा कि अगर हमीद सेतु पर एक भी ओवरलोड वाहन दिखे तो संम्बन्धित की खैर नहीं है, रहा सवाल पुलिस के द्वारा ओवरलोड वाहनों का संचालन कराना तो इसकी जांच करा दोषियों के खिलाफ कडी विभागीय कार्यवाही की जायेगी ।