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अचानक कोतवाली पहुंचे कमिश्नर –हड़कंप

जमानियां। कोतवाली में आयोजित समाधान दिवस ⁄ थाना दिवस महज औपचारिकता ही बन कर रह गयी है। शनिवार को कमिश्नर अचानक पहुंच गये और मौजूद लोगों की फरियाद सूनी और जरूरी दिशा निर्देश दिया गया। समाधान दिवस पर फरीयादीयों ने पांच प्रार्थना पत्र दिये। जिसमें से एक का मौके पर निस्तारण किया गया।

शनिवार को थाना परिसर में आयोजित समाधान दिवस पर अधिकारियों व कर्मचारियों में उस समय अफरा तफरी मच गयी जब बगैर किसी सूचना के कमिश्नर दीपक अग्रवाल पहुंच गए। सूचना पर एसडीएम सत्यप्रिय सिंह व सीओ सुरेश शर्मा ने कमिश्नर को रिसिव किया। जिसके बाद श्री अग्रवाल ने एक एक कर फरियादियों की समस्याएं सुनी और उसका निदान किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि न्यायालय के आदेश का पालन हर हाल में होना है। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नहीं की जाएगी। उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि धारा 41‚ 24 की पैमाइश के प्रकरण पर रिर्पोट‚ आदेश और शुल्क जमा होने के बाद भी पैमाइश न हो पाने से समस्या ज्यों कि त्यों बनी हुई है। उन्होंने कहा कि हर हाल पैमाइश के आदेश की फाइलों की पैमाइश होनी है। उन्होंने कहा कि बटवारे के मामले में कब्जा दिलाना लेखपाल‚ राजस्व निरीक्षक का कार्य है और कब्जा न दिलाये जाने पर वे दोषी माने जाऐंगे। एसडीएम को इसके समय समय पर पैमाइश‚ बटवारे‚ अवैध अतिक्रमण आदि पर मानिटरिंग करने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने राजस्व मामले के निस्तारण में जहां आवश्यक हो वहां वरीयता से राजस्व अधिकारियों को फोर्स मुहैया कराने हेतु निर्देशित किया। श्री अग्रवाल ने इस दौरान कहा कि यदि किसी जमीन पर वर्षो से कोई रास्ता है‚ भले ही वह दस्तावेज में नहीं है। उसे सार्वजनिक रास्ता तहसीलदार के माध्यम से जनहीत को देखते हुए घोषित किया जा सकता है। भले ही वह जमीन किसी काश्तकार की ही क्यों न हो। उन्होंने कहा कि चकरोड़‚ नाली‚ नविन परती‚ बंजर आदि भूमि पर कब्जा न होने पाये। इसकी रिकार्डिग करवावें।  इस संबंध में कोतवाल विमल कुमार मिश्र ने बताया कि 5 प्रार्थना पत्र में से एक का मौके पर निस्तारण किया गया। इस अवसर पर तहसीलदार आलोक कुमार‚ चौकी प्रभारी अनिल कुमार पाण्डेय‚ चौकी प्रभारी राजीव त्रिपाठी‚ उपनिरिक्षक सुनील कुमार तिवारी‚ उपनिरीक्षक अभिराज सरोज‚ विनय कुमार‚ निरीश कुमार आदि सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।