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ओवरलोड वाहनों के संचालन से सेतू पर मडराने लगा संकट के बादल

सुहवल। हमीद सेतु पर आदेश को ताक पर रख पुलिस के द्वारा ओवरलोड वाहनों के बेतहाशा संचालन कराए जाने से एक बार फिर खतरा मडराने लगा है । ओवरलोड वाहनों के बदस्तूर संचालन के चलते हमीद सेतु के पीलर नंम्बर 6 एवं 7 के मध्य ज्वाईंटर नंम्बर 14 के स्पैन के टाप-अप फ्लोर के ऊपरी सतह पर होल के ऊपर लगे लोहे के प्लेट के चारों तरफ लगी कांक्रिट एवं पीच भारी वाहनों के दबाव के कारण टूटने लगी है,जबकि लगी लोहे की प्लेट के ऊपर से भारी वाहनों के गुजरते समय प्लेट के अपने जगह से हटने की आशंका बनी हुई है, अगर प्लेट निर्धारित जगह से वाहनों के दबाव के कारण खिसक गया तो निश्चित ही बडा हादसा होने से कोई रोक नहीं सकता है, वहीं ओवरलोड वाहनों के गुजरते समय स्पैनों में आवश्यकता से अधिक कंम्पन्न होने लगी है ,जिससे राहगीर पूरी तरह से संशकित नजर आ रहे है, अगर ओवरलोड वाहनों पर पूरी सख्ती से रोक नहीं लगी तो कभी भी निकट भविष्य में बडा हादसा होने से रोका नहीं जा सकता है ।जिस तरह से ओवरलोड वाहनों का संचालन पुलिस की मिली भगत से बेहिचक कराया जा रहा है वह कभी भी हमीद सेतु के लिए खतरे की घंटी साबित हो सकता है, ओवरलोड ट्रक, ट्रेलर, आदि को हमीद सेतु से इस-पार से उस-पार कराने के लिए बकायदा रेट फिक्स है जैसी ओवरलोडिंग वैसा सुविधा शुल्क तय है,किसी तरह की कार्यवाही से बचने के लिए क्षेत्रीय विशवस्त लोगों को यह जिम्मेदारी पुलिस के तरफ से दी जाती है, यह सब खेल पुलिस के निगरानी में धडल्ले से हो रहा है यह सब अधिकतर खेल सुबह एवं शाम को तो निर्बाध गति से जारी रहता है ।इन ओवरलोड ट्रकों के पुल से गुजरते समय आम राहगीर खुद को पूरी तरह से असुरक्षित महसूस कर रहे है ।पुल की मरम्मत के बाद इसे खोलने से पहले वाहनों के लिए बकायदा तमाम तरह के दिशानिर्देश जारी किए गये थे, इंजीनियरों के मुताबिक पुल पर चलते समय एक वाहन की भार क्षमता 30 से 40 टन एक वाहन के दूसरे वाहन की दूरी करीब दस फीट होने के साथ ही प्रति वाहन 20 किमी प्रति घंटा गति सीमा निर्धारित की गई थी, लेकिन सभी की धज्जियां उडाते हुए पुलिस की मिली भगत से करीब 70 टन से लेकर 90 टन तक के विभिन्न तरह के ओवरलोड वाहनों का संचालन बेहिचक जारी है । इस मामलें में पुलिस अधीक्षक डाक्टर अरविन्द चतुर्वेदी ने कहा कि ओवरलोड वाहनों के संचालन रोकने के लिए सभी संम्बन्धित थानों को सख्त हिदायत दी गई है, अगर ऐसा है तो इसकी जांच करा दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जायेगी, इसको लेकर आकस्मिक निरीक्षण भी किया जायेगा ।वहीं जिलाधिकारी के द्वारा ओवरलोड वाहनों पर रोक के लिए टीम बनाई गई है जो लगातार अपने अभियान में जुटी है ।