सुहवल। ब्लाक अन्तर्गत सुगवलिया गाँव में प्रधानमंत्री स्वच्छता मिशन के तहत 2016-17 वित्तीय वर्ष में पात्र लोगों के घरों में हजारों रुपये की लागत से बने शौचालयों को खुद चार लाभार्थियों ने बने शौचालयों को शनिवार को पूरी तरह से जमीनदोंज कर दिया, साथ ही तोडे गये शौचालयों के मलबे / अवशेषों को वहाँ से पूरी तरह से गायब कर दिया।
इसकी जानकारी जब ग्राम प्रधान महंगू राम एवं सेक्रेटरी प्रवीण श्रीवास्तव को हुई तो अफरातफरी मच गई ।इसकी सूचना संम्बन्धित दोनों ने आलाधिकारियों को देने के साथ ही स्थानीय थाने में चारों लाभार्थियों के खिलाफ खुद के बने शौचालयों को तोडने एवं मलबे को गायब करने के मामलें में थाने में लिखित तहरीर दे दी है, पुलिस मामलें की जांच में जुट गई है ।सुगवलिया गाँव के ही लाभार्थी भरत राजभर, विनोद राजभर, अंम्बिका राम एवं रामप्रवेश राजभर का शासन की योजनाअन्तर्गत शौचालय बनाया गया लेकिन इसे खुद क्यों तोडे किन परिस्थितियों में यह काफी गंभीर विषय है, एक तरफ शासन जहाँ गाँव गाँव में प्रत्येक परिवार में स्वच्छता मिशन के तहत शौचालयों के बनाने को लेकर काफी गंभीर है,ताकि गाँव, बस्ती आदि को पूरी तरह से खुले में शौच मुक्त करना है ताकि गाँव पूर्ण रूप से ओडीएफ हो सके।जिसका मुख्य मकसद लोगों को खुले में शौच करने से होने वाली तमाम तरह की गंभीर बीमारियों से बचाया जा सके।इसके लिए बकायदा टीम बना गावों में समय-समय पर लोगों को जागरूक करना भी शासन की प्राथमिकताओं में से एक है ।इसको लेकर गाँव एवं क्षेत्र में तरह की चर्चाएं हो रही है । जबकि अधिकारी इसकी लेकर खुलकर कुछ भी बोलने से साफ कतरा रहे है ।इस मामलें में जिलाधिकारी ओंमप्रकाश आर्य ने बताया कि लाभार्थियों के द्वारा शौचालयों को तोडना काफी गंभीर बिषय है, अगर ऐसा है तो इसकी पूरी जांच कराने के बाद दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने के साथ ही उनसे शौचालयों के रूपये की रिकवरी भी कराई जायेगी ।वहीं प्रभारी निरीक्षक संजय वर्मा ने कहा कि शौचालयों को तोडने के मामलें में प्रधान के द्वारा लिखित सूचना मिली है जिसकी छानबीन शुरू कर दी गई है ।