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तहसील में क्यो मचा हडकंप

जमानियां । स्थानीय तहसील और रजिस्ट्री विभाग में मंगलवार को अपर आयुक्त वाराणसी जितेंद्र मोहन सिंह और डीआईजी स्टांप श्रीराम शंकर सिंह ने पत्रावलियों का निरीक्षण कर मातहतों को आवश्यक निर्देश दिया। इस दौरान तहसील में हडकंप मचा रहा।

डीआईजी स्टांप श्रीराम शंकर सिंह ने तहसील परिसर स्थित उप निबन्धन कार्यालय का निरीक्षण किया। निरीक्षण में अभिलेखों का रख रखाव जहां दुरुस्त मिला। वहीं कार्यालय सत्र 18–19 के लक्ष्य के सापेक्ष कम राजस्व बढाने का निर्देश दिया। वही उन्होंने बताया कि निबंधन विभाग में दो तरीके से राजस्व लिया जाता है। हालांकि विभाग अधिकतर परंपरागत तरीके के स्रोत बैनामा पर ही इस्तेमाल करते है। लेकिन राजस्व बढ़ाने के लिए गैर परमरागत स्रोत का भी प्रयोग किया जाता है। जिसमें ठेका, पट्टा, नीलामी आदि की प्रक्रिया में भी स्टांप शुल्क वसूलने का प्रावधान है। जिसकी जांच कर अनुबंध मुल्य के आधार पर स्टांप शुल्क वसूलने का निर्देश दिया। वही तहसील के अधिकारियों को समय समय पर इसकी जांच कर ने का निर्देश दिया। अपर आयुक्त वाराणसी जितेंद्र मोहन सिंह ने तहसील के पत्रवालियों का गहनता पूर्वक निरीक्षण किया। उन्होंने अभिलेखागार, नजारत, मालखाना में पहुंचकर अभिलेखों की जांच की। अभिलेखों के रखरखाव के लिए मातहतों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया। अपर आयुक्त ने जर्जर तहसील भवन भी देखा और जरजर पड़े तहसील भवन के बाबत तहसीलदार से जानकारी ली। तहसील के नजारत रजिस्टर को अपूर्ण देख नाराजगी व्यक्त की और तहसीलदार आलोक कुमार को कमियों को दूर करने का निर्देश दिया। अपर आयुक्त के निरीक्षण से तहसील में खलबली मची रहीं। इस अवसर पर तहसील के अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।