ज़मानिया। उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के आवाहन पर लेखपालो ने अपनी मांग को लेकर मंगलवार को तहसील परिसर में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया। जिसमें आयोजित धरना के माध्यम से वक्ताओं ने सरकार की वादा खिलाफी पर रोष जताया।
लेखपाल संघ अध्यक्ष राम राज ने धरना में उपस्थित साथियों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार लेखपाल कर्मियों की लम्बी मांग को पूरा करने में हीला हवाली करती आ रही है। जिसके कारण क्षेत्रीय लेखपाल बन्धुओं को शब्र का इम्तहान टूट रहा है और अपनी मांग को लेकर सांकेतिक धरना देने को मजबूर हो गए। उन्होंने कहा कि 5.11.2019 से लेकर 1.12.2019 से पुरे प्रदेश में लेखपाल बन्धु अपनी 8 सूत्रीय मांग को लेकर आंदोलन चलाया इसके बाद भी शासन स्तर पर मांग को पूरा करने के लिये कार्यवाई नहीं हुई। शासनादेश निर्गत नहीं किये जाने पर सभी लेखपालगण आज सुबह से गुरूवार तक सम्पूर्ण कार्य का बहिष्कार करते हुए धरना प्रदर्शन कर रहे है। उन्होंने कहा कि एसीपी विसंगति‚ वेतन उच्चीकरण‚ प्रौन्नति काडर रिव्यू‚ पेंशन विसंगति‚ भत्तो में वृद्धि के साथ ई–डिस्ट्रिक तथा राजस्व लेखपालों का पदनाम परिवर्तन कर राजस्व उपनिरीक्षक के साथ लैपटाप व् स्मार्ट फोन का डाटा चार्ज‚ राजस्व टाक्स फ़ोर्स का गठन‚ आधार भुत सुविधाएं एवं संसाधन के साथ राजस्व परिषद स्तर पर छोटे नियमित कार्य लम्बित आदि मांगों का जब तक शासन स्तर पर समय रहते नही किया जाता है। तब तक लेखपाल संघ धरना प्रदर्शन करता रहेगा और जरूरत पड़ी तो सड़क पर उतरने के लिए बाध्य हो जाएगा। इसके बाद मुख्य सचिव लखनऊ के नाम ज्ञापन उपजिलाधिकारी सत्यप्रिय सिंह को सौपा। धरना में मुख्य रूप से ब्रिज किशोर‚ शिव प्रताप‚ ओमकार‚ विनीत‚ राम दरश कुशवाहा‚ सुबाष‚ कक्ष्मी‚ मुन्ना कुमार‚ राम इकबल‚ विनय कुमार पाण्डेय‚ विजय कुमार‚ नितेश यादव‚ राहुल‚ कमलेश‚ रामइकबाल आदि लेखपाल शामिल रहे।