ग़ाज़ीपुर। 9 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों मे मृत्यु दर मे कमी, बीमारी की दर कमी व कुपोषण से बचाव के लिए 18 दिसंबर से 18 जनवरी तक बाल स्वास्थ्य पोषण माह का द्वितीय चरण चलेगा।
जिसके लिए विभागीय स्तर से पूरी तैयारियां जोरों शोर पर चल रही है। इस बात की जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ जी सी मौर्य मौर्य ने दिया। उन्होंने बताया कि प्रथम चरण जो 3 जुलाई से 3 अगस्त तक चलाया गया था जिसमें 9 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाई गई थी। इस दौरान लक्षित बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाने के साथ ही उनका टीकाकरण भी कराने का कार्य किया जाएगा।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ आर के सिन्हा ने बताया कि इस कार्यक्रम के अंतर्गत प्रत्येक बुधवार व शनिवार को लक्षित बच्चो को विटामिन ए की खुराक के साथ ही बच्चों का टीकाकरण और अति कुपोषित बच्चों की पहचान कर उनका बेहतर उपचार करना या उन्हें पोषण पुनर्वास केंद्र तक पहुंचाने के साथ ही स्तनपान को बढ़ावा देना और आयोडीन युक्त नमक का प्रयोग करने के लिए लोगों में जागरूकता पैदा करना ही इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है।उन्होंने बताया कि इस माह के अन्तर्गरत विटामिन ए की खुराक पिलाने और टीकाकरण करने वाले 9 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों की संख्या 4.49 लाख,9 माह से 12 माह तक के बच्चे 26.27हजार,1 वर्ष से 2 वर्ष तक के बच्चों के संख्या 1.12 लाख और 2 साल से 5 वर्ष तक के बच्चों की संख्या 3.10 लाख है।
यह कार्यक्रम स्वास्थ्य विभाग के साथ ही जनपद गाजीपुर में बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के द्वारा चलाए जा रहे 4118 आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से गांव गांव में चलाया जाएगा । ताकि इसका लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाया जा सके।
न्यूट्रिशन इंटरनेशनल के मंडलीय समन्वयक पंकज श्रीवास्तवने बताया कि इस कार्यक्रम के लिए जनपद की सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ती आशा व एएनएम इस कार्यक्रम में अपना सहयोग देंगी। जिसके लिए जनपद स्तर पर 16 दिसंबर को और ब्लॉक स्तर पर 17 दिसंबर तक बैठक कर इस कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार कर लिया जाएगा।
विटामिन ए की कमी से अंधापन, आंखों में सूखापन, रूखे बाल, सूखी त्वचा, बार-बार सर्दी-जुकाम, थकान, कमजोरी, नींद न आना, रतोंधी, निमोनिया और वजन में कमी होने जैसी कई परेशानियां झेलनी पड़ जाती हैं. ऐसे में इन रोगों से ग्रस्त रहने से बचने के लिए शरीर में विटामिन ए की कमी की पूर्ति करना काफी आवश्यक हो जाता है.
सब्जियों और फलों के सेवन से आसानी से विटामिन ए की पूर्ति की जा सकती है. शरीर में विटामिन ए की भरपाई करने के लिए अंडा, दूध, गाजर, पीली या नारंगी सब्जियां, पालक, स्वीट पोटेटो, पपीता, दही, सोयाबीन और दूसरी पत्तेदार हरी सब्जियां का सेवन किया जा सकता है.