मरदह(गाजीपुर)। क्षेत्र होनहार व चर्चित रहे बरेंदा गाँव के पूर्व ग्राम प्रधान के आकस्मिक निधन से पूरे क्षेत्र में गहरा शोक ब्याप्त हो गया।
एक तरफ जहां प्रधान संघ ने शोक प्रकट किया वहीं दूसरी ओर शिक्षा क्षेत्र के शिक्षाविद् लोगों ने भी शोक संवेदना व्यक्त किया। ब्लाक के बरेन्दां ग्राम पंचायत का लगातार तीन बार प्रधानी का प्रतिनिधित्व कर चुके 45 वर्षीय सर्वेश कुमार सिंह उर्फ बबलू को शुक्रवार की दोपहर हार्ट अटैक का दौरा पड़ा। जिसके बाद परिजन व ग्रामीण मिलकर आनन-फानन में इलाज के लिए मऊ स्थित फातिमा अस्पताल में भर्ती कराएं। जहां ईलाज के दौरान अस्पताल में सर्वेश कुमार सिंह बबलू की देर शाम को मौत हो गयी। शव को परिजन रात में ही घर लेकर आ गये। इस घटना की जानकारी होने पर परिजनों में जहां कोलाहल मच गया वहीं पूरे गांव सहित क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई।भले मौत स्वभाविक है पर उनके समर्थकों व शुभचिंतकों में मानों सनसनी फैल गई।मौत कि खबर को कोई सही मानने को तैयार नहीं था।लेकिन धीरे-धीरे रात बीती तो शनिवार की सुबह उनके आवास पर हजारों लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। मिलनसार व्यक्तिव के धनी कर्मठ निष्ठावान इतनी कम उम्र में ही गरीबों मजदूरों किसानों असहाय लोगों की सेवा करना अपने जीवन का लक्ष्य बना चुके बबलू सिंह सभी लोगों के चहेते थे। वह लोगों की आवाज बन चुके थे।इनके निधन से जहां पत्नी महिमा सिंह जो पेशे से प्रधानाध्यापिका प्राथमिक विद्यालय बरेंदा में तैनात हैं। बेटी माधवी सिंह 16 वर्ष, बेटा निहाल सिंह 14 वर्ष,पूरेे ग्रामवासी, क्षेत्रवासी, जनप्रतिनिधि, शुभचिंतक, समर्थक सभी के एक साथ करूण कंदन से माहौल गमजदा रहा। गांव वालों ने अपने चहेते पूर्व प्रधान के शव को पूरे गांव में शव यात्रा निकाली और भावपूर्ण श्रद्धान्जली अर्पित किया।इस यात्रा के दौरान पहली बार यह देखा गया कि जनप्रतिनिधि हो तो ऐसा कि लोग उसके याद में जब तक सुरज चांद रहेगा बबलू भैया तेरा नाम रहेगा,बबलू भैया अमर रहे के नारों के साथ अपने गांव में विदा किया। शोक संवेदना प्रकट करने में दलिय सीमाएं तोड़ कर लोग यात्रा में शरीक हो रहे थे।
मृतक बबलू सिहं का अंतिम दाह संस्कार शहर के श्मशान घाट पर शनिवार को किया गया इनका मुखाग्नि इनके एकलौता पुत्र निहाल सिहं ने किया।
सर्वेश कुमार सिंह बबलू पहली बार सन् 2000 ग्राम प्रधान बनें फिर मरदह ब्लाक अध्यक्ष प्रधान संघ चुनें गये।फिर अपने दम सन् 2005 में अपने ड्राइबर को प्रधान बनाएं। सन् 2009 में अपने भाभी गीता सिंह को चुनाव जितवाएं।
शोक प्रकट करने वालों में भाजपा नेता रमेश सिहं पप्पू, विजय बहादुर सिंह, प्रमुख प्रवीण यादव, जिला पंचायत सदस्य कमलेश यादव, गुड्डू यादव, रामनरायण यादव,शिवमुनी यादव, चन्द्रभान यादव, धर्मेन्द्र सिंह, बासुदेव यादव, अशोक यादव, वीरेन्द्र राम, वीरेन्द्र यादव, आनंद प्रकाश यादव, वेदप्रकाश पाण्डेय, राजीव सिंह, प्यारेलाल राजभर, प्रभाकर पाण्डेय, रितेशचन्द्र राय, सचिन कुमार, रामनाथ राम, संजय गुप्ता, पारस यादव, राजू यादव, शैलेश यादव, राकेश यादव, चतुर्भुज चौबे, योगेन्द्र शर्मा, गुड्डू राजभर आदि लोग मौजूद रहे।