मरदह(गाजीपुर)। थाना क्षेत्र के पङिता गांव में पुलिस की घोर लापरवाही व मौजूदगी में दो पक्षों के बीच मारपीट होते-होते बाल-बाल बच गया।
मालूम हो कि पङिता गांव निवासी प्रथम पक्ष कन्हैया सिंह व इनके पङोसी द्वितीय पक्ष डां धर्मेन्द्र कुमार सिंह कृषि वैज्ञानिक पीजी कालेज के बीच महीनों से घर की जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। जिसको लेकर दोनों पक्ष थाने से लेकर उच्चाधिकारीओं तक भी पहुँचे लेकिन कोई निष्कर्ष नहीं निकला था। जिसको लेकर आपस में रविवार बारह बजे दोपहर आमने-सामने हो गये गाली गलौच एवं हाथापाई व मारपीट की संभावना उत्पन्न हो गई। इसी बीच द्वितीय पक्ष का निर्माण कार्य शुरू कराने के लिए एसडीएम कासीमाबाद के निर्देश पर हल्ला दरोगा इजहार खांन मौके पर पहुंचे और प्रथम पक्ष द्वारा जमीन पर किया गया कब्जा जबर्दस्ती हटाने को कहने लगे तो वह कुछ पल के लिए ठहर गया तभी दरोगा आगबबूला हो कब्जा को खुद हटाने लगे और गाली गुप्ता देने लगे जिसके बाद खुन्नस खाएं कन्हैया सिंह ने अपने आप को अपने घर में कैद कर परिजनों संग अंदर से दरवाजा बंद कर लिया किसी अनहोनी की आशंका पर ग्रामीणों संग दरोगा ने दरवाजा तोड़ कर सबको बाहर निकाला तब जाकर सभी ने राहत की सांस ली। तभी सूचना पर पहुंचे थानाध्यक्ष ने दोनों पक्षों से घंटों तक चली बातचीत के बाद मामला शांत कराया।जिसके बाद निर्माण कार्य शुरू हुआ। इस संबंध में थानाध्यक्ष शरदचन्द्र त्रिपाठी ने बताया कि दोनों पक्षों के रजामंदी पर मामला शांत कराया गया दोनों पक्षों ने पुलिस कार्रवाई से इंकार किया है।