मालूम हो कि बीते एक फरवरी को दोपहर सुहवल ढढनी मार्ग किनारे पानी में एक अज्ञात 35 वर्षीय महिला की बंद बोरे में छत-विछत लाश मिलने से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी घटना के बाद पुलिस महकमें हडकंप मच गया था । सूचना पाकर मौके पर पहुँची ने शव को कब्जे में लेकर पोस्मार्टम के लिए भेंज छानबीन में जुट गये ।जबकि क्षेत्रीय लोगों में इस घटना को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं करन लगे ।घटनास्थल पर पुलिस के आलाधिकारी सहित अन्य जांच एजेन्सियां पहुँच गई ,मगर छानबीन में असफलता हाथ लगी । महिला का शव बंद बोरे के खोलने के बाद काफी तेज दुर्गंध आ रहा था, लोगों के अनुसार जिस परिस्थितियों मेंं महिला का शव बरामद हुआ है उससे ऐसा प्रतीत हो रहा था कि उसकी अन्यत्र हत्याकर आरोपी खुद एवं शव की पहचान छिपाने के लिए उसकी लाश को सुहवल ढढनी मार्ग किनारे लाकर फेक दिए हो । खैर जो भी हो ढढनी के चौकीदार की तहरीर के आधार पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या एवं हत्याकर साक्ष्य छुपाने के मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया था, अज्ञात मृतक महिला गुलाबी कलर का सलवार व रंगीन छींटदार शूट पहने हुई थी, कान में सोने की बाली, हाथ के नाखून उसके रंगे हुए थे ।उसके शरीर के कुछ अंश पेट, गर्दन आदि पर जले के निशान रहे । पुलिस ने इसके खुलासे के लिए समाचार-पत्रों से लेकर सोशल मीडिया तक का सहारा लिया मगर नतीजा सिफर ही रहा ।इस संम्बध में प्रभारी निरीक्षक संजय वर्मा ने बताया कि इस मामलें की काफी छानबीन कि गई लेकिन पता नहीं चल सका, इसके बाद इस मामलें में बीते 25 जुलाई को न्यायालय में इस मामलें में फाइनल रिपोर्ट दाखिल कर दिया गया ।
सुहवल । बंद बोरे में अज्ञात महिला की मिली छतविक्षत लाश के मामलें में पुलिस ने न्यायालय में दाखिल की फाइनल रिपोर्ट ,शव का नहीं हो सका शिनाख्त एक वर्ष पूरे होने को है परन्तु हत्या कर फेकें गये बंद बोरे में अज्ञात महिला की मिले शव का पुलिस अभी तक खुलासा करना तो दूर उसकी शिनाख्त भी नहीं कर पाई है,इसके खुलासे में जुटी सभी जांच एजेन्सियों कि काफी किरकिरी हुई थी।