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शहादत दिवस पर श्रद्धांजली सभा का आयोजन

मरदह(गाजीपुर)। कासिमाबाद विकासखण्ड के महेशपुर स्थित एसबीडीएस इण्टर कालेज गाजीपुर में हिंदुस्तान स्काउट गाइड के तत्वाधान में काकोरी काँड के क्रांतिकारियों की शहादत दिवस पर श्रद्धांजली सभा का आयोजन किया गया।

जिसमें सभा के संचालक विद्यालय के प्रधानाचार्य पारसनाथ यादव ने काकोरी कांड के क्रांतिकारियों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि जंग-ए-आजादी की इसी कड़ी में 1925 में यह महत्वपूर्ण घटना घटी, जब नौ अगस्त को चंद्रशेखर आजाद, राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खान, राजेंद्र लाहिड़ी और रोशन सिंह सहित 10 क्रांतिकारियों ने लखनऊ से 14 मील दूर काकोरी और आलमनगर के बीच ट्रेन में ले जाए जा रहे सरकारी खजाने को लूट लिया तथा इन जांबाजों ने जो खजाना लूटा, दरअसल वह हिन्दुस्तानियों के ही खून पसीने की कमाई थी जिस पर अंग्रेजों का कब्जा था, लूटे गए धन का इस्तेमाल क्रांतिकारी हथियार खरीदने और जंग-ए-आजादी को जारी रखने के लिए करना चाहते थे।इतिहास में यह घटना काकोरी कांड के नाम से जानी गई। ट्रेन से खजाना लुट जाने से ब्रितानिया हुकूमत बुरी तरह तिलमिला गई और अपनी बर्बरता तेज कर दी, आखिर इस घटना में शामिल सभी क्रांतिकारी पकड़े गए सिर्फ चंद्रशेखर आजाद हाथ नहीं आए।हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन आर्मी (एचएसआरए) के 45 सदस्यों पर मुकदमा चलाया गया जिनमें से राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खान, राजेंद्र लाहिड़ी और रोशन सिंह को फांसी की सजा सुनाई गई। तत्पश्चात जिला संगठन आयुक्त अरविंद कुमार यादव ने काकोरी कांड के क्रांतिकारियों को श्रद्धांजलि देते हुए कहां की गोरी हुकूमत ने पक्षपातपूर्ण ढंग से मुकदमा चलाया जिसकी बड़े पैमाने पर निन्दा हुई डकैती जैसे अपराध में फांसी की सजा अपने आप में एक विचित्र घटना थी. फांसी के लिए 19 दिसंबर 1927 की तारीख मुकर्रर हुई, लेकिन राजेंद्र लाहिड़ी को इससे दो दिन पहले 17 दिसंबर को ही गोंडा जेल में फांसी दे दी गई।राम प्रसाद बिस्मिल को 19 दिसंबर 1927 को गोरखपुर जेल और अशफाक उल्ला खान को इसी दिन फैजाबाद जेल में फांसी दी गई। रोशन सिंह को भी 19 दिसंबर को फांसी पर लटका दिया गया।क्रान्तिकारी बिस्मिल, अशफाक व रोशन उत्तर प्रदेश के जनपद शाहजहाँपुर के रहने वाले थे। अंत में श्री यादव ने कहा कि इन क्रांतिकारियों की शहादत इतिहास के पन्नों में सदा के लिए अमर रहेगी। इस मौके पर रामचीज यादव, नीतीश यादव, गाइड कैप्टन प्रियंका सिंह आदि लोग उपस्थित रहे।