ग़ाज़ीपुर। राष्ट्रीय अंधता निवारण कार्यक्रम जो पूरे जनपद में 1 दिसंबर से 15 दिसंबर तक चलाया गया। जिसके तहत मोतियाबिंद का निशुल्क ऑपरेशन एवं जांच कराने का कार्यक्रम संपन्न हुआ। इस पखवाड़े में कुल सरकारी और गैर सरकारी स्तर पर 701 मोतियाबिंद के मरीजों का निशुल्क ऑपरेशन किया गया।
इस कार्यक्रम में जिला चिकित्सालय और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सैदपुर के साथ एनजीओ और निजी चिकित्सकों ने अपनी सहभागिता निभाई।
कार्यक्रम के नोडल और एसीएमओ डॉ डीपी सिन्हा ने बताया कि मोतियाबिंद के मरीजों के लिए चलाए गए इस पखवाड़े में जिला चिकित्सालय में 76 मरीज, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सैदपुर पर 31 मरीजों का ऑपरेशन हुआ इसके साथ ही एनजीओ जिसमें ग्रांट पाने वाले संस्था ने 65 और बिना ग्रांट वाले 11 ऑपरेशन किया। इसके साथ ही निजी चिकित्सकों के द्वारा 518 अपरेशन किए गए । इस तरह से जनपद में चले 1 दिसंबर से 15 दिसंबर तक पखवाड़े में 701 मरीजों का ऑपरेशन किया गया।
उन्होंने बताया कि दिसंबर 2018 में भी पखवाडा चला था जिसमें 638 मरीजों का निशुल्क ऑपरेशन किया गया था ।इसके साथ ही मार्च 18 से मार्च 19 के मध्य कुल 8734 मोतियाबिंद के निशुल्क ऑपरेशन किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि हमारी आंखों को प्रभावित करने वाले मुख्य रोग हैं मोतियाबिन्द, ग्लूकोमा, आयु से संबंधित मैक्यूलर निम्नीकरण, भेंगापन, डिटेच्ड रेटिना, मायोपिया और हाइपरमेट्रोपिया। चूंकि आंखें हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग हैं अत: यह महत्वपूर्ण है कि इन्हें स्वस्थ और रोग मुक्त रखने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं।
सरकार ने वर्ष 1976 में अंधता को नियंत्रित करने के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम प्रारंभ किया ताकि कुल जनसंख्या का 0.3 प्रतिशत की व्यापकता दर प्राप्त की जा सके। अंधता को नियंत्रित करने के लिए, देश भर में जिला स्तर पर अंधता नियंत्रण संस्थाओं को भी स्थापित किया गया है तथा कई गैर सरकारी संगठन भी भारत में अंधता नियंत्रण के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।