मरदह(गाजीपर)। महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा)कार्य में भष्ट्राचार व सरकारी धन का दुरूप्रयोग ग्राम प्रधान, सचिव, तकनीकी सहायक को महंगा पड़ा।
जानकारी के अनुसार ब्लाक के नोनरा गांव निवासी शिकायतकर्ता संदीप प्रताप सिंह के द्वारा दो वर्ष पूर्व दिये गये शिकायती पत्र पर जिलाधिकारी द्वारा गठित जांच टीम के द्वारा नोनरा ग्राम सभा के दयालपुरी बाबा मंदिर से चौहान बस्ती तक करायें गये कार्य में भारी अनियमितता पर 169230:00 (एक लाख उनहत्तर हजार दो सौ तीस रूपये) की रिकवरी दो वर्ष पूर्व कर दी गयी थी। मगर रिकवरी के आदेश होने के बावजूद रिकवरी नहीं हो रही थी। शिकायतकर्ता शिकायत करते-करते परेशान हो चुका था। नये जिलाधिकारी ओमप्रकाश आर्य के आने के बाद फिर संदीप प्रताप सिंह जनता दर्शन में शिकायती पत्र दिया। जिसको तुरंत जिलाधिकारी ने संज्ञान में लेते हुए ग्राम प्रधान रीता सिंह, सचिव गोपाल कुमार सिंह, तकनीकी सहायक कृष्ण कुमार चक्रवर्ती द्वारा किए गए घोटाले पर ग्राम प्रधान पर 56410:00 रूपये, सचिव पर 56410:00 रूपये, तकनीकी सहायक पर 56410:00 रूपये के अनुपात में मुख्य विकास अधिकारी हरिकेश चौरसिया के द्वारा वसूली का आदेश जारी कर दिया गया है। इस आदेश से पूरे विकासखंड में हड़कम्प मचा हुआ है लोग तरह तरह के चर्चा करते नजर आ रहें है।