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अष्टधातु की तीन मूर्तियां चोरी

अनिल कुमार राय

रेवतीपुर(गाजीपुर)। थाना क्षेत्र के स्थानीय गांव स्थित बलुआ टोला तीजीया के पोखरा के पास बीती रात को वालाजी के मंदिर से अष्टधातु की बनी लगभग सौ साल पुरानी वेंकटेश महराज की तीन मुर्तियां चोरी हो गई।

वालाजी मंदिर में मुर्ति स्थापना 1926 में हुआ था मंदिर के मुख्य पुजारी दामोदर पन्नाचार्य का कहना है कि रात्रि में लगभग दस बजे भोजन करने के बाद वह मंदिर और मेन गेट का ताला बंद कर सो गये। सुबह जब गौ सेवक पहुंचा तो मेन गेट खुला हुआ पाया और अन्दर पहुंचा तो देखा कि मंदिर का ताला खुला है तब उसने मुझे आवाज लगाई हम दोनों अन्दर मंदिर में घुसे तो तीनों मुर्तियां गायब थी। ग्रामीणों के मदद से हमने पुलिस प्रशासन को सूचना दी। पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंची और फोरेंसिक टीम को सूचित किया। मौके पर फोरेंसिक टीम पहुंची और मौका मुआयना किया और जिस जगह पर मूर्तियां रखी गई थी उस जगह को चिन्हित कर वहां किसी को न जाने की सलाह दी। थानाध्यक्ष रेवतीपुर अवधेश सिंह का कहना है कि मौके से केवल अष्टधातु से बनीं मूर्तियां ही चोरी हुई हैं, मौके पर रखा मुकुट और अन्य किसी सामान को चोरों ने हाथ तक नहीं लगाया है। मूर्तियों की कीमत के बारे में कुछ भी पता नहीं है। मंदिर के पुजारी भी मूर्तियों की कीमत नहीं बता रहे हैं। इस मामले में मन्दिर के पुजारी द्वारा तहरीर दी गई है। पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है ।