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कुपोषित बच्चों को सुपोषित बनाने के लिए चलेगा अभियान

ग़ाज़ीपुर। जनपद के 2,897 अति कुपोषित (लाल श्रेणी) बच्चों को सुपोषित करने को लेकर अभियान चलाया जाएगा। इन बच्चों को पिछले सितम्बर माह (पोषण माह) में चिन्हित किया गया था।

इन बच्चों को पोषित करने के लिए बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग (आईसीडीएस) हर गांव पर पाँच अधिकारियों को लगाकर दिसंबर माह के अंतिम सप्ताह में अभियान शुरू करेगा। अभियान का माइक्रोप्लान विभाग ने बना लिया है। यह जानकारी जिला कार्यक्रम अधिकारी दिलीप कुमार पांडे ने दी।
जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि इस अभियान के लिए प्रत्येक पाँच गांव पर पाँच अधिकारी तैनात किए जाएंगे जिसमें गोद लिए हुए जनपद स्तरीय अधिकारी, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, सीडीपीओ, बीसीपीएम द्वारा नामित सुपरवाइजर शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि पोषण अभियान के तहत चिन्हित किए गए लाल श्रेणी के 2,897 बच्चों में अति गंभीर बच्चों को पहचान कर पोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी) तक पहुंचाना इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है। जहां इन बच्चों की समुचित देखभाल कर सुपोषित किया जा सके।
एनआरसी की परामर्शदाता गुंजा ने बताया कि पोषण पुनर्वास केंद्र पर आए हुए बच्चों को चार कैटेगरी के अनुसार चिन्हित किया जाता है जिसमें पहले और दूसरे स्टैंडर्ड डिविजन (एसडी) बच्चों की काउंसलिंग कर व न्यूट्रीशन देकर उन्हें वापस घर भेज दिया जाता है। जबकि तीसरे एसडी और चौथे एसडी कैटेगरी के बच्चों को 14 दिन के लिए भर्ती किया जाता है और उनके साथ रहने वाली मां को ₹50 प्रतिदिन के हिसाब से उनके खाते में दिया जाता है। 26 दिसंबर 2016 को जिला अस्पताल में एनआरसी की शुरुआत की गयी थी जिसमें अब तक 930 बच्चे इलाज के लिए भर्ती किए गए और लगभग सभी बच्चों को स्वस्थ कर सफलतापूर्वक घर भेजा गया।
जिला स्वस्थ भारत प्रेरक जितेंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि इस अभियान के तहत चिन्हित किए गए बच्चों के गांव और घर तक पहुंचकर इनके शौचालय , पेयजल, राशनकार्ड, जॉब कार्ड और टीकाकरण की जांच की जाएगी। इस दौरान जो भी कमी मिलेगी उसे पोषण अभियान में शामिल कन्वर्जेंस विभाग के द्वारा उसकी पूर्ति कर सामान्य श्रेणी में लाने पर ज़ोर दिया जाएगा।
जितेंद्र कुमार ने बताया कि जनपद में चल रहे 4,118 आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से चिन्हित किए गए 2,897 लाल श्रेणी के बच्चों का गृह भ्रमण आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा किया जाएगा। इस दौरान इन बच्चों का नियमित वजन, ऊपरी आहार व विभागीय योजनाओं का लाभ दिया जाएगा। स्वच्छता और स्वास्थ्य विषयक जानकारी व देखभाल के द्वारा बच्चों के अभिभावकों को परामर्श दिया जाएगा ताकि वह अपने बच्चों का उचित देखभाल कर लाल श्रेणी से पीले श्रेणी में ला सकें । इसके साथ ही नियमित गृह भ्रमण और काउंसलिंग भी सुनिश्चित की जाएगी। विशेष रूप से बच्चों को ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस व सुपोषण स्वास्थ्य मेला पर सेवा देकर सुपोषित किया जायेगा। इस तरह संपूर्ण गतिविधियों के माध्यम से जनपद गाज़ीपुर को कुपोषण मुक्त बनाया जायेगा।