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अगलगी में आधा दर्जन झोपड़ी राख‚ प्रधान ने दिखाई दरियादिली

सुहवल। थाना अन्तर्गत गौरा गाँव के दलित बस्ती में बुधवार की देर रात्रि करीब 10 बजे रहस्यमय परिस्थितियों में आग लगने से राधेश्याम राम की दो रिहायशी झोपडियां, एक दु्धारू भैस,सीताराम की तीन रिहायशी झोपडियां, एवं जूठन राम की एक रिहायशी झोपडियां समेत उसमें रखा घर गृहस्थी का हजारों रूपये का समान, कई कुंतल खाद्यान्न, कपडा,साइकिल, जरूरी कागजात, हजारों की नगदी, जानवरों के लिए रखा सैकडों बोझ पुआल आदि सब जलकर राख हो गया ।

आग पर काबू पाने में ग्रामीणों को काफी मश्क्कत करनी पडी करीब घंटे भर बाद 12 बजे आग पर किसी तरह लोगों ने काबू पाया लेकिन तब तक सब जलकर स्वाहा हो चुका था ।रोज की तरह पड रही कडाके की ठंठ के चलते सभी अपने परिजनों के साथ भोजन के बाद सोने चले गये, इसी दर्म्यान करीब दस बजे राधेश्याम की झोपडियों से धुआं उठने लगा उसमें सोए लोगों का दम घुटने लगा सभी को छींक एवं खासीं शुरू जो गई यह देख राधेश्याम जब झोपडी से बाहर आए देखा तो शोर मचाने लगे, अगल-बगल के लोग आते इसके पहले ही झोपडी धू-धू कर जलने लगी किसी तरह लोग बाहर निकल अपनी जान बचाए भैंस को निकालने की काफी कोशिश की लेकिन नहीं निकाल पाए आग में गंभीर रूप से झुलसकर भैंस मर गई, ग्रामीण आग पर काबू पाने के लिए अपने निजी संसाधनों से प्रयास में लगे रहे इसी दौरान सीताराम एवं जूठन राम की झोपडियां भी आग की चपेट में आ धू-धू कर जलने लगी काफी प्रयास के बाद आग पर लोगों ने काबू पाया, सूचना पाकर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई ।यह तो संयोग रहा कि हवा नहीं चल रही थी अन्यथा दलित बस्ती में आग अपना तांडव मचा सकती थी, इस अगलगी में पिडित परिवार ठंठ में पूरी तरह से खुले आसमान के नीचे आ चुका है, घटना की जानकारी मिलने पर मेदनीपुर ग्राम प्रधान एवं संघ के ब्लाक अध्यक्ष दीपक सिंह मौके पर पहुँच सभी पिडित परिजनों को अहेतुक सहायता दी साथ ही अधिकारियों से घटनास्थल से ही वार्ता कर जल्द सरकारी सहायता पहुंचाने का आग्रह किया, पिडित परिजनों के मुताबिक करीब छहाह पहले भी घर में शादी के दौरान भीषण अग्निकांड के कारण कई रिहायशी झोपडियां आग की भेंट चढने के साथ ही लाखों का नुकसान हुआ था ।